कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बेहतरीन कार्य करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने आज स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मानित किया। इस दौरान हेल्थ वर्कर्स को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इन्हीं में एक नाम डॉ. अजीत का है। ये पिछले 1 साल से एक भी छुट्टी नहीं लिए हैं। वे लगातार अस्पताल आकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। सदर अस्पताल में पोस्ट कोविड ओपीडी के इंचार्ज डॉ. अजीत ने कहा कि यह सम्मान उन्हें और लगन से काम करने का हौसला देगा। उन्होंने बताया कि ये उनके लिए गर्व का क्षण है कि वे अपने शहर के लोगों की सेवा करते हुए सम्मानित हो रहे हैं।
कोरोना की दूसरी लहर के समय का जिक्र करते हुए डॉ. अजीत ने बताया कि वह एक भयावह मंजर था। सदर अस्पताल से राम मंदिर तक एंबुलेंस की कतार और उसमें ऑक्सीजन की कमी से हाफते मरीज। इस बीच नर्सेज की स्ट्राइक उन्होंने बताया कि इलाज के अभाव में किसी की मौत न हो जाए इसके लिए वे खुद इंजेक्शन से लेकर इनवेसिव वेंटीलेटर तक लगाते थे।
डॉ. अजीत ने बताया कि इस जंग में उन्हें उनके परिवार का भरपूर सहयोग मिला। इस दौरान उनकी पत्नी संक्रमित हो गई लेकिन उन्हें कभी भी अस्पताल जाने से नहीं रोका। वे कहते हैं कि उनके परिजनों ने उनसे कहा कि युद्ध की जैसी स्थिति है इसमें फौजी की तरह लड़ना होगा तभी आमजन चैन से सो पाएंगे।