Dhanbad: झरिया स्थित फर्जी कंपनी ‘सोना एंड एसोसिएट्स’ का जीएसटी रजिस्ट्रेशन सोमवार को राज्य कर विभाग द्वारा रद्द कर दिया गया है। यह कार्रवाई अन्वेषण ब्यूरो द्वारा की गई जांच के आधार पर की गई, जिसमें कंपनी द्वारा 7.51 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का मामला सामने आया।
जांच में पाया गया कि ‘सोना एंड एसोसिएट्स’ ने डेढ़ साल की अवधि में पश्चिम बंगाल की सात अलग-अलग कंपनियों को कोयले की अवैध आपूर्ति की थी। इस आपूर्ति के लिए जारी किए गए इनवॉइस फर्जी पाए गए, जिसके माध्यम से बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की गई।
बिहार की फर्जी कंपनी से कोयला खरीद
जांच में यह भी सामने आया है कि ‘सोना एंड एसोसिएट्स’ ने बिहार की कंपनी ‘धनवंती इंटरप्राइजेज’ से 7.51 करोड़ रुपये मूल्य का कोयला खरीदा था। बाद में यह कंपनी भी फर्जी पाई गई। इससे यह स्पष्ट होता है कि यह पूरा मामला एक बड़े फर्जीवाड़े और फर्जी कंपनियों के नेटवर्क से जुड़ा हुआ है।
अन्य कंपनियों को भी नोटिस जारी
राज्य कर विभाग ने उन कंपनियों के खिलाफ नोटिस जारी किए हैं, जिन्हें ‘सोना एंड एसोसिएट्स’ द्वारा कोयला बेचा गया था। इन कंपनियों में शामिल हैं:
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न्यू मां दुर्गा इंटरप्राइजेज
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महावीर कोक एंड ब्रिकेट
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मंडल ब्रदर्स एंड कंपनी
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जॉय बाबा इंटरप्राइजेज
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मोनू उद्योग
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श्याम सुंदर ब्रिकेट एंड सॉफ्ट कोक
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दुर्गा कोक
इन सभी कंपनियों से टैक्स वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। साथ ही, पश्चिम बंगाल के संबंधित कर विभागों को भी सूचित कर दिया गया है ताकि टैक्स चोरी की कड़ी को वहीं से तोड़ा जा सके।
अन्य कंपनियों की भी हो रही जांच
वित्तीय धोखाधड़ी के इस मामले की कड़ी ‘संतलाल एंड एसोसिएट्स’ से भी जुड़ती नजर आ रही है, जो पहले ही जांच के घेरे में आ चुकी है। कर विभाग ने संकेत दिया है कि जांच का दायरा और भी व्यापक हो सकता है और अन्य फर्जी कंपनियों की संलिप्तता भी सामने आ सकती है।
झरिया से शुरू हुआ यह टैक्स चोरी का मामला अब अंतरराज्यीय वित्तीय घोटाले का रूप ले चुका है। कर विभाग और अन्वेषण ब्यूरो की संयुक्त कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि सरकार टैक्स चोरी जैसे अपराधों को लेकर सख्त रुख अपनाए हुए है। जांच अब भी जारी है और आने वाले दिनों में और खुलासे होने की संभावना है।