कोरोना काल में लगे लॉकडाउन के दौरान भारतीय रेल के परिचालन पर रोक लगाई गयी थी| अनलॉक की प्रक्रिया के साथ कुछ ट्रेनों का परिचालन दोबारा शुरू किया गया है| लेकिन अभी भी कई ट्रेने पटरी पर नहीं लौटी हैं|
अब यात्रियों के लिए राहत भरी खबर ये है कि रेलवे ने रेल परिचालन को पहले की स्थिति में लाने की कवायद तेज कर दी गई है| जहां एक ओर अधिकतर एक्सप्रेस ट्रेनें स्पेशन बनाकर चलाए गए थे वहीं पैसेंजर ट्रेन गिनी-चुनी संख्या में ही चल रही है| ऐसे में रेल यात्रियों को हो रही असुविधा को देखते हुए तमाम रेल मंडलों ने प्रस्ताव भेजकर रेलवे बोर्ड को कोरोना काल के पूर्व चलने वाली सभी ट्रेनों को चलाने की अनुमति मांगी है।
माना जा रहा है कि इस महीने के आखिर या मार्च के शुरूआत में सभी एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें एक बार फिर से अपनी समय सारिणी के अनुसार चलनी शुरू हो जाएंगी। इन सब में पहले की तरह ही सामान्य किराया लिया जाएगा|
रांची रेल मंडल के डीआरएम नीरज अंबष्ट ने बताया कि मेमू और डेमू ट्रेंनों का परिचालन शुरू हुआ है। कुछ नियमित ट्रेनें भी स्पेशल ट्रेनों के साथ शुरू की गई है। कुल मिलाकर 215 मेल-एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं।
चूंकि अब कोरोना संक्रमण कमजोर पड़ते देखा जा रहा है, ऐसे में यात्रियों की जरूरतों को देखते हुए उनकी परेशानियां कम की जा रही हैं। रेलवे के स्तर से जल्द ही पहले की तरह सभी ट्रेनें पटरी पर लौट आएंगी इसे लेकर तैयारिया भी जोर-शोर से चल रही है।
गौरतलब है कि रेलवे ने इससे पहले लगेज, फूडिंग आदि की व्यवस्था भी शुरू कर दी है। आधिकारिक सूत्रों की माने तो रेलवे बोर्ड के स्तर पर सभी ट्रेनों को चलाने का प्रस्ताव भेजा गया है।
रेलवे की ओर से ये बताया गया है कि अबतक पूर्व मध्य रेलवे ने 39 पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया है। लेकिन इसके बावजूद रेलवे स्टेशनों पर बड़ी संख्या में रेलयात्री पहुंच रहे हैं और ना ही उनकी मश्किलें कम नहीं हो रही है|
रेलवे बोर्ड की ओर से आदेश मिलते ही सभी एक्सप्रेस-पैसेंजर ट्रेनें सामान्य रूप से पटरी पर लौटेगी| इस हफ्ते से रांची से जयनगर ट्रेन का परिचालन भी शुरू किया जा रहा है| रेलवे बोर्ड की ओर से रांची से जयनगर तक की ट्रेन चलाने की अनुमति दी गई है। इसका विस्तार राउरकेला तक किया जा रहा है।