गोड्डा: सब्जी में छिपकली, 12 छात्राएं बीमार..

गोड्डा | 4 जुलाई 2025 | झारखंड के गोड्डा जिले में स्थित बंका कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में शुक्रवार को फूड पॉइजनिंग का मामला सामने आया, जिससे विद्यालय में हड़कंप मच गया। विद्यालय में बनी सब्जी खाने के बाद 12 छात्राओं की तबीयत अचानक बिगड़ गई। छात्राओं को चक्कर आने लगे, उल्टियां होने लगीं और कुछ बच्चियां बेहोश भी हो गईं।

स्थिति गंभीर होते देख विद्यालय प्रशासन ने सभी छात्राओं को तत्काल गोड्डा सदर अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों की टीम ने सभी का स्वास्थ्य जांच कर इलाज शुरू किया। राहत की बात यह है कि अब सभी छात्राएं खतरे से बाहर हैं और उनकी तबीयत में सुधार हो रहा है।

सब्जी में गिरी छिपकली

बीमार पड़ी छात्राओं में से मीरा कुमारी, संजू कुमारी और निशा कुमारी ने बताया कि जब उन्होंने सब्जी खाई तो उसमें अजीब स्वाद आया। बाद में पता चला कि सब्जी में छिपकली गिरी हुई थी, जिससे सभी की तबीयत बिगड़ गई।

रोटी बनाने के लिए मजबूर करने का आरोप

छात्राओं ने एक और बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि विद्यालय प्रशासन उनसे रोटियां बनवाता है। हर कक्षा की छात्राओं की बारी-बारी से रसोई में ड्यूटी लगाई जाती है और उनसे खाना बनवाया जाता है।

सुनील राउत, जिनकी बेटी भी विद्यालय में पढ़ती है, ने आरोप लगाया कि विद्यालय में साफ-सफाई का बिल्कुल ध्यान नहीं रखा जाता। रसोई घर गंदगी से भरा रहता है और छात्राओं से जबरन खाना बनवाया जाता है।

जिला शिक्षा पदाधिकारी का बयान

जिला शिक्षा पदाधिकारी दीपक कुमार ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:

“गोड्डा स्थित कस्तूरबा गांधी विद्यालय में भोजन करने के बाद करीब 10-12 बच्चियों की तबीयत बिगड़ गई। सभी को अस्पताल में भर्ती कर स्वास्थ्य जांच कराई गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार बच्चियों की निगरानी कर रही है।”

उन्होंने आगे कहा कि बच्चों से खाना बनवाने की कोई लिखित शिकायत अब तक नहीं मिली है। हालांकि, विद्यालय में साफ-सफाई की स्थिति की जांच के लिए गोड्डा डीसी को सूचित कर जांच टीम गठित की जाएगी।

मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने की अपील

झारखंड सरकार की मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने घटना को “बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक” बताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा:

“गोड्डा स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में फूड पॉइजनिंग की घटना बेहद गंभीर है। मैंने जिला प्रशासन से संपर्क कर बच्चियों के समुचित इलाज और देखभाल के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार हालात पर नजर बनाए हुए है। मैं परिजनों से अपील करती हूं कि घबराएं नहीं—सभी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।”

फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीम विद्यालय के भोजन और रसोई की जांच कर रही है। खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए गए हैं, जिनकी रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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