मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत लाभुकों को अब 15 जनवरी से केवल आधार से लिंक बैंक खातों में ही राशि भेजी जाएगी. राज्य सरकार ने निर्देश दिया है कि जिन लाभुकों के खाते अब तक उनके आधार नंबर से लिंक नहीं हुए हैं, वे 15 जनवरी से पहले हर हाल में यह प्रक्रिया पूरी कर लें.
लिंक न होने पर क्या होगा?
फिलहाल, जिन लाभुकों के खाते आधार से लिंक नहीं हैं, उनके खाते में भी राशि भेजी जा रही है. लेकिन 15 जनवरी के बाद यह सुविधा केवल आधार से लिंक खातों में ही लागू होगी. 6 जनवरी को योजना की पहली किस्त बढ़ी हुई राशि के साथ लाभुकों के खाते में डाली गई. इसके बाद 15 जनवरी को दूसरी किस्त दी जाएगी.
गलत बैंक डिटेल्स से रुक रही राशि
ग्रामीण क्षेत्रों में कई लाभुकों के बैंक अकाउंट नंबर और आईएफएससी कोड गलत पाए गए हैं. प्रज्ञा केंद्र के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करते समय जानकारी गलत भरने के कारण राशि ट्रांसफर नहीं हो पा रही है. बैंक खाते को आधार से लिंक करवाने और सही जानकारी देने पर ही डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से राशि सीधे खाते में पहुंच सकेगी.
आधार लिंकिंग कैसे करें?
लाभुक अपने बैंक या पोस्ट ऑफिस जाकर खाते को आधार से लिंक करवा सकते हैं. इसके अलावा, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की वेबसाइट पर जाकर खुद से आधार लिंकिंग स्टेटस चेक कर सकते हैं.
ऑनलाइन प्रक्रिया:
• NPCI की वेबसाइट पर जाएं.
• “कंज्यूमर” विकल्प पर क्लिक करें.
• नए पेज पर “भारत आधार सीडिंग इनेबलर (BAS)” ऑप्शन पर जाएं.
• “मैप्ड स्टेटस” पर क्लिक करें.
• आधार नंबर भरें.
डीबीटी स्टेटस और बैंक से संबंधित सभी विवरण स्क्रीन पर आ जाएंगे.
लाभुकों के लिए जरूरी निर्देश
• 15 जनवरी से पहले बैंक और पोस्ट ऑफिस खाते को आधार से लिंक कराना अनिवार्य है.
• आधार लिंकिंग स्टेटस NPCI की वेबसाइट पर चेक करें.
• आवेदन भरते समय बैंक डिटेल्स सही भरें, खासतौर पर अकाउंट नंबर और आईएफएससी कोड.
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि डीबीटी के माध्यम से हर लाभुक को योजना की राशि समय पर मिले. लेकिन इसके लिए आधार लिंकिंग प्रक्रिया को अनिवार्य बनाया गया है.