उत्पाद सिपाही भर्ती दौड़ में चार युवकों की मौत, सात दर्जन बेहोश….

झारखंड के विभिन्न जिलों में शुक्रवार को आयोजित उत्पाद सिपाही भर्ती दौड़ के दौरान एक गंभीर घटना सामने आई है. इस दौड़ में चार युवकों की मौत हो गई और सात दर्जन से अधिक अभ्यर्थी बेहोश हो गए. मृतकों में से तीन की मौत पलामू जिले में हुई है, जबकि एक की मौत गिरिडीह जिले में हुई.

पलामू में मौतें और स्वास्थ्य समस्याएं

पलामू जिले में आयोजित उत्पाद सिपाही भर्ती दौड़ के दौरान सबसे अधिक घटनाएं देखी गईं. यहां की दौड़ में अभ्यर्थी अजय महतो की मौत हो गई. अजय ओरमांझी के राबार गांव का निवासी था और अपने परिवार की उम्मीदों के साथ दौड़ में शामिल हुआ था. इसके अलावा, शुक्रवार को ही दो और युवकों की मौत की सूचना मिली है, जिनकी पहचान और कारणों का पता लगाया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि पलामू में एक दिन पहले गया जिले के एक युवक की भी मौत हो चुकी थी. मेदिनीनगर में भी स्थिति चिंताजनक रही। 27 अगस्त से शुरू हुई भर्ती दौड़ के दौरान अब तक छह दर्जन से अधिक अभ्यर्थी बेहोश हो चुके हैं. शुक्रवार को भी 20 से अधिक युवकों ने दौड़ के दौरान बेहोश होने की शिकायत की. स्थानीय अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है.

रातू में बेहोशी की घटनाएं

रातू में झारखंड जगुआर कैंपस में आयोजित दौड़ के दौरान भी स्वास्थ्य समस्याएं आईं. शुक्रवार को 6 अभ्यर्थी बेहोश हो गए और उन्हें सीएचसी रातू में इलाज के लिए लाया गया. इनमें से चार को रिम्स रांची रेफर किया गया. डॉक्टरों ने बताया कि इन युवकों ने सुबह से कुछ नहीं खाया था, जिससे उनका बीपी अचानक कम हो गया और वे बेहोश हो गए.

गिरिडीह और साहिबगंज में स्वास्थ्य समस्याएं

गिरिडीह में भी शुक्रवार को 46 अभ्यर्थियों को बेहोशी की समस्या आई. अस्पताल में उनका इलाज जारी है. वहीं, साहिबगंज में 15 युवकों की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.

डॉक्टरों की राय

रांची के रिम्स अस्पताल के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. संजय सिंह ने बताया कि दौड़ के दौरान अधिक पसीना निकलने से शरीर में पानी की कमी हो रही है, जिससे रक्तचाप (बीपी) में कमी आ रही है. कई बार दिल भी सही तरीके से काम नहीं कर पाता, जिससे बेहोशी होती है. उन्होंने अभ्यर्थियों को पर्याप्त पानी पीने और सही आहार लेने की सलाह दी है.

नौकरी की दौड़ में मौत की बढ़ती घटनाएं

उत्पाद सिपाही भर्ती की दौड़ में मौत की घटनाओं की बढ़ती संख्या चिंताजनक है. पिछले कुछ दिनों में इस तरह की घटनाओं की बाढ़ आई है. खासकर, जो युवक दौड़ के दौरान बेहोश हो गए, उनकी अधिकतर समस्याएं पानी की कमी और भूख के कारण बताई जा रही हैं. मेदिनीनगर में 29 अगस्त को आयोजित दौड़ के दौरान तीन अभ्यर्थियों की मौत हो गई. इनमें से एक की मौत मेदिनीराय मेडिकल कालेज एंड हॉस्पिटल में हुई, जबकि दो अन्य की मौत दौड़ के मैदान में ही हो गई. मृतकों की पहचान गया जिले के अभिषेक कुमार, छतरपुर के अरुण कुमार और गोड्डा के प्रदीप कुमार के रूप में की गई है.

अजय महतो के परिवार में शोक

अजय महतो की मौत ने उसके गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है. उसके दोस्तों और परिवार वालों ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है. अजय के परिवार में उसकी मां की पहले ही मौत हो चुकी है और उसके पिता वृद्ध हैं. अब गांव के मुखिया और ग्रामीणों ने राज्य सरकार से मुआवजे की मांग की है. अजय कुमार का सपना देश की सेवा करना था. वह अपने हौसले और मेहनत के साथ लगातार प्रयास करता रहा। 2023 में वह आर्मी भर्ती के लिए दौड़ में शामिल हुआ था, जिसमें सफल भी हुआ था, लेकिन मेडिकल परीक्षण में छंट गया था. अजय की मौत से पूरे गांव के लोग दुखी हैं और उसकी याद में संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं.

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