झारखंड की पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करने वाले पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी जस्टिन केरकेट्टा का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। केरकेट्टा हॉकी की नर्सरी कहे जाने वाले इलाके झारखंड के सिमडेगा जिले के रहने वाले थे। कोलेबिरा प्रखंड के अघरमा के रहने वाले जस्टिन केरकेट्टा के पूरे गांव में उनके निधन के बाद शोक का माहौल है। साल 1978 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने के साथ-साथ कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी उन्होंने देश का प्रतिनिधित्व किया था।
देश की रक्षा में भी रहे तैनात
खेल में अपने शानदार प्रदर्शन के बाद वह भारतीय सेना के बिहार रेजीमेंट में शामिल हुए थे। खेल में देश का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने देश की रक्षा में भी अपना योगदान दिया। सेवानिवृत्त होने के बाद वह 1982 से 1998 तक मेकॉन में हॉकी खिलाड़ियों को कोचिंग देते रहे। उन्होंने इस दौरान देश को कई शानदार खिलाड़ी दिए।
ढलती उम्र में भी खिलाड़ियों को करते थे प्रेरित
उम्र ढलने लगी तो कोलेबिरा प्रखंड मुख्यालय में मकान बना लिया और यहीं रहने लगे। इस इलाके में भी वह खेल के प्रति अपनी भावना को उजागर करते थे। कई बच्चों को हॉकी के लिए प्रेरित किया, उन्हें ट्रेनिंग दी। कोलेबिरा के बरवाडीह विद्यालय में हर साल होने वाली प्रतियोगिता में भी वह खिलाडि़यों को खेलने के तरीके समझाते थे।
निधन से देश को बड़ी क्षति : भोला नाथ सिंह
उनके निधन पर हॉकी झारखंड, हॉकी सिमडेगा सहित कई खेल संघों ने ने श्रद्धांजलि व्यक्त की है। राज्य के खेल प्रेमियों में शोक की लहर व्याप्त है। हॉकी झारखंड के अध्यक्ष भोला नाथ सिंह ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके जाने से बहुत बड़ी क्षति हुई है। मैं जब भी सिमडेगा जाता था कोलेबिरा में रुककर उनसे मिलकर ही आगे वापस आता था। उनसे कई बार मार्गदर्शन भी प्राप्त किया।
हॉकी झारखंड ने जताया शोक
हॉकी सिमडेगा के अध्यक्ष मनोज कोनबेगी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि जस्टिन केरकेट्टा के निधन से हम लोगों ने हॉकी के एक अभिभावक खो दिया है। जब भी हम लोग उन्हें किसी आयोजन के लिए आमंत्रित करते थे तो वह हमें समय देते थे और कहा करते थे कि आप लोगों के कार्य से मुझे काफी खुशी होती है। निरंतर आप लोग इसी तरह कार्य करते रहें. आज उनके निधन पर हॉकी झारखंड के विजय शंकर सिंह, रजनीश कुमार, मनोज कोनबेगी, माइकल लाल, अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी असुंता लकड़ा सहित हॉकी झारखंड के समस्त पदाधिकारियों ने शोक व्यक्त की है।