झारखंड अब एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन चुका है. यहां के प्राकृतिक सौंदर्य, धार्मिक स्थलों और सांस्कृतिक धरोहरों को देखने के लिए घरेलू और विदेशी पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. हाल ही में झारखंड सरकार द्वारा सदन में प्रस्तुत आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 2024-25 में यह खुलासा किया गया कि राज्य में पिछले तीन वर्षों में पर्यटन क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 में झारखंड आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या सिर्फ 1,637 थी, जो वर्ष 2023 में बढ़कर 1,89,261 तक पहुंच गई. यह 11,461.45 प्रतिशत की बढ़ोतरी को दर्शाता है. इसके अलावा, घरेलू पर्यटन में भी अच्छी वृद्धि देखी गई.
घरेलू पर्यटन में भी वृद्धि, तीन साल में 7.18% बढ़े पर्यटक
रिपोर्ट के मुताबिक, झारखंड में वर्ष 2021 में 3.34 करोड़ घरेलू पर्यटक आए थे. यह संख्या वर्ष 2022 में बढ़कर 3.83 करोड़ हो गई, हालांकि वर्ष 2023 में यह मामूली गिरावट के साथ 3.58 करोड़ पर आ गई. कुल मिलाकर, 2021 से 2023 तक घरेलू पर्यटन में 7.18% की वृद्धि दर्ज की गई. इसके अलावा, 2024 के शुरुआती महीनों के मासिक आंकड़े भी पर्यटन में तेजी को दर्शाते हैं. जुलाई 2024 में 60.85 लाख और सितंबर 2024 में 51.18 लाख पर्यटक झारखंड पहुंचे. सरकार का मानना है कि राज्य में पर्यटन को और अधिक विकसित करने के लिए विभिन्न योजनाएं लागू की जा रही हैं, जिससे यह संख्या भविष्य में और अधिक बढ़ सकती है.
सरकार की नई योजनाएं: पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
झारखंड सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई नए प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है. इन योजनाओं के तहत प्राकृतिक, सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन स्थलों का विकास किया जाएगा.
महत्वपूर्ण योजनाएं:
• ग्लास ब्रिज: दशम, हुंडरू, नेतरहाट और पतरातू में बिहार के राजगीर की तर्ज पर ग्लास ब्रिज का निर्माण किया जाएगा, जिससे एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा.
• रोपवे निर्माण: जोन्हा, हुंडरू, कौलेश्वरी और त्रिकूट पर्वत पर नए रोपवे बनाए जाएंगे, जिससे पर्यटकों को सुगम यात्रा का अनुभव मिलेगा.
• इको-टूरिज्म सर्किट: खूंटी के पेरवाघाघ जलप्रपात और पांडुपुडिंग को इको-टूरिज्म सर्किट के रूप में विकसित किया जाएगा.
• डैम पर्यटन: तिलैया, चांडिल, मंडल और तेनुघाट डैम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा.
धार्मिक पर्यटन:
• रांची के तपोवन मंदिर और रजरप्पा मंदिर कॉम्प्लेक्स का पर्यटन विकास होगा.
• साहिबगंज जिले के भोगनाडीह में सिदो-कान्हू मुर्मू की जन्मस्थली का उन्नयन और सौंदर्यीकरण किया जाएगा.
पर्यटन स्थल सुधार:
• गिरिडीह के खंडोली पर्यटन स्थल का जीर्णोद्धार किया जाएगा.
• गोड्डा के सुंदर डैम और गुमला के नागफेनी-अंबा घाट का विकास किया जाएगा.
• नेतरहाट, गिरिडीह के उसरी जलप्रपात, लातेहार के बूढ़ा घाघ और हुंडरू जलप्रपात को पर्यटकों के लिए और आकर्षक बनाया जाएगा.