धनबाद में पहली बार अखिल भारतीय किन्नर समाज का एक भव्य कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है. इस 10 दिवसीय अधिवेशन की शुरुआत 2 जनवरी से होगी. देशभर से पांच हजार किन्नरों के इस आयोजन में शामिल होने की उम्मीद है. कार्यक्रम धनबाद के नावाडीह में आयोजित किया जाएगा, जहां किन्नर समाज की विशेष पूजा के साथ-साथ समाज से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी.
कोरोना के बाद मन्नत का आयोजन
अखिल भारतीय किन्नर समाज की अध्यक्ष छमछम देवी ने बताया कि यह आयोजन एक विशेष मन्नत के तहत किया जा रहा है. जब देश कोरोना जैसी भयंकर त्रासदी से जूझ रहा था, तब यह मन्नत मांगी गई थी कि देश जल्द इस महामारी से उबरे और देशवासी खुशहाल जीवन जी सकें. अब, मन्नत पूरी होने के बाद, इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इसमें देशभर के किन्नरों को शामिल होने का न्योता दिया गया है.
विशेष पूजा और यजमानों का आशीर्वाद
इस अधिवेशन का एक मुख्य आकर्षण समाज की विशेष पूजा होगी. इसमें जहां-जहां किन्नर समाज के यजमान हैं, उनके और उनके परिवार के लिए खास पूजा अर्चना की जाएगी. यह पूजा न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र होगी, बल्कि समाज के लिए आशीर्वाद और कल्याण का भी प्रतीक बनेगी.
सात जनवरी को विशाल शोभायात्रा
अधिवेशन के दौरान 7 जनवरी को मटकुरिया से शक्ति मंदिर तक एक भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी. इस शोभायात्रा में हजारों किन्नर हिस्सा लेंगे. शोभायात्रा मटकुरिया से शुरू होकर शक्ति मंदिर पहुंचेगी, जहां माता रानी के दरबार में घंटा चढ़ाकर विशेष पूजा की जाएगी. यह शोभायात्रा समाज की एकता और सांस्कृतिक परंपरा को दर्शाने का कार्य करेगी.
ठहरने और भोजन की विशेष व्यवस्था
कार्यक्रम के दौरान किन्नरों के ठहरने और खाने-पीने की विशेष व्यवस्था की गई है. आयोजकों ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी आने वाले मेहमानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो. भोजन, आवास और अन्य सुविधाओं का ध्यान रखने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं.
किन्नर समाज के मुद्दों पर चर्चा
अधिवेशन में किन्नर समाज से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. इनमें समाज की पहचान, अधिकार, कल्याण योजनाएं, और मुख्यधारा में उनकी भागीदारी को लेकर सुझावों पर विचार किया जाएगा. यह अधिवेशन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी बेहद महत्वपूर्ण है.
धनबाद के लिए ऐतिहासिक आयोजन
धनबाद में इस तरह का कार्यक्रम पहली बार आयोजित हो रहा है. इससे न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी धनबाद की पहचान को बल मिलेगा. इस आयोजन के जरिए किन्नर समाज के प्रति समाज की सोच को बदलने और उनके योगदान को मान्यता देने का भी प्रयास किया जाएगा.
समाज के लिए प्रेरणा
यह अधिवेशन किन्नर समाज के लिए न केवल एक बड़ा धार्मिक आयोजन है, बल्कि एक प्रेरणा का स्रोत भी है. इसमें उनकी सांस्कृतिक और सामाजिक पहचान को मजबूती मिलेगी और उनके अधिकारों की लड़ाई को एक नई दिशा मिलेगी.