पश्चिमी अफ्रीकी देश नाइजर से झारखंड के गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के पांच मजदूरों के अगवा होने की खबर सामने आई है. ये मजदूर वहां ट्रांसमिशन लाइन के कार्य के लिए गए थे. बताया जा रहा है कि कार्य स्थल के पास विद्रोहियों ने अचानक नाइजर सेना पर हमला कर दिया. इस हमले के बीच कई मजदूर किसी तरह अपनी जान बचाकर भागने में सफल रहे, लेकिन पांच मजदूरों को हमलावरों ने पकड़ लिया और तब से उनका कोई पता नहीं चल सका है. घटना की जानकारी मिलने के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मदद की अपील की है. मुख्यमंत्री ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर विदेश मंत्री को टैग करते हुए लिखा, “नाइजर में अगवा किए गए झारखंड के हमारे प्रवासी भाइयों को तत्काल मदद पहुंचाने की कृपा करें”. इस हमले की पुष्टि अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसियों ने भी की है. रिपोर्ट के अनुसार, हमले में नाइजर सेना के 12 सैनिकों की मौत हो गई है. मालूम हो कि वर्तमान समय में नाइजर में सेना का शासन है और वहां अशांति का माहौल बना हुआ है.
कैसे हुआ हमला
प्रभात खबर को नाइजर से मजदूर सुरेश सिंह ने व्हाट्सएप कॉल के जरिए पूरी घटना की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि करीब 50-60 मजदूर भारत के अलग-अलग हिस्सों से “कल्पतरु” नामक कंपनी के तहत नाइजर में काम करने गए थे. शुक्रवार शाम को यह घटना नाइजर के सकोरा नामक स्थान पर घटी. यहां ट्रांसमिशन लाइन का काम सैनिक सुरक्षा के बीच किया जा रहा था. सुरेश सिंह ने बताया कि काम के दौरान सेना की पांच गाड़ियां सुरक्षा में तैनात थीं. इसी दौरान 50-60 मोटरसाइकिलों पर सवार भारी संख्या में आतंकी वहां पहुंचे और सैनिकों पर हमला बोल दिया. गोलीबारी और अफरातफरी के बीच वहां काम कर रहे 12 मजदूरों में से सात किसी तरह जंगलों में छिपकर भागने में सफल रहे, लेकिन पांच मजदूर आतंकियों के हाथ लग गए. उन्हें पकड़ कर आतंकी अपने साथ ले गए. कंपनी के अधिकारी और स्थानीय प्रशासन मजदूरों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस सफलता नहीं मिली है. मजदूरों के परिजनों को सूचना दे दी गई है और सरकारी स्तर पर भी मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है.
अगवा किए गए मजदूरों के नाम
अगवा किए गए मजदूरों के नाम इस प्रकार हैं:
• संजय महतो
• फलजीत महतो
• चंद्रिका महतो
• राजू महतो
• उत्तम महतो
ये सभी मजदूर बगोदर प्रखंड के रहने वाले हैं और गरीबी के चलते बेहतर रोज़गार की तलाश में विदेश गए थे.
परिजनों से मिले पूर्व विधायक
घटना की जानकारी मिलते ही बगोदर के पूर्व विधायक विनोद सिंह पीड़ित मजदूरों के परिजनों से मिलने पहुंचे. उन्होंने परिवारजनों को भरोसा दिलाया कि सरकार और वे स्वयं इस मामले में हर संभव मदद करेंगे. साथ ही, प्रवासी केंद्र को भी इस घटना की सूचना दी गई है ताकि केंद्र सरकार के माध्यम से तेजी से कार्रवाई हो सके. पूर्व विधायक विनोद सिंह ने कहा कि प्रवासी मजदूरों के लिए सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करना बेहद जरूरी है. मजदूर अपनी रोजी-रोटी के लिए विदेश जाते हैं और इस तरह की घटनाओं से उनका जीवन खतरे में पड़ जाता है. सरकार को इस दिशा में ठोस नीति बनानी चाहिए.
नाइजर में अस्थिर हालात
नाइजर वर्तमान में सैन्य शासन के अधीन है और वहां पिछले कुछ महीनों से हालात बेहद नाजुक बने हुए हैं. विद्रोही गुट अक्सर सेना और आम नागरिकों पर हमले करते रहते हैं. हाल ही में हुए इस हमले में भी नाइजर सेना को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. ऐसी स्थिति में भारतीय मजदूरों की सुरक्षा को लेकर चिंता और बढ़ गई है. सरकार ने विदेश मंत्रालय से तुरंत संपर्क साधा है और अगवा मजदूरों की सकुशल रिहाई के प्रयास शुरू कर दिए हैं. मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया है कि केंद्र सरकार के सहयोग से मजदूरों को सुरक्षित वापस लाने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा.