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जामताड़ा के पांच साइबर ठग दोषी करार, वेब सीरीज से मिली थी पहचान…

झारखंड के जामताड़ा जिले से जुड़े पांच साइबर अपराधियों को हाल ही में दोषी करार दिया गया है. इन अपराधियों पर बैंकों और लोगों को धोखा देकर उनसे लाखों रुपये ठगने का आरोप था. इन पर आधारित वेब सीरीज “जामताड़ा” ने पहले ही इनकी कुख्याति को उजागर कर दिया था.

न्यायालय का फैसला

झारखंड हाईकोर्ट के विशेष न्यायाधीश की अदालत ने इन पांचों को दोषी करार दिया है. इन्हें 23 जुलाई को सजा सुनाई जाएगी. दोषी पाए गए आरोपियों में अंशु कुमार मंडल, मनीष मंडल, सोनी मंडल, राज मंडल, और प्रज्ञान मंडल शामिल हैं. इन्हें भारतीय दंड संहिता और आईटी अधिनियम के तहत दोषी ठहराया गया है.

ठगी का तरीका

इन अपराधियों ने फिशिंग के जरिए लोगों की बैंक जानकारी चुराई और उनके खातों से अवैध रूप से पैसे निकाले. उन्होंने फर्जी कॉल सेंटर स्थापित किए, जहां से वे लोगों को फोन कर बैंक के अधिकारी बनकर उनसे उनकी निजी जानकारी प्राप्त करते थे. इसके बाद, वे इस जानकारी का उपयोग उनके बैंक खातों से पैसे निकालने के लिए करते थे.

पुलिस की कार्रवाई

इन आरोपियों को पकड़ने के लिए झारखंड पुलिस ने व्यापक अभियान चलाया. 22 जुलाई 2016 को भारतीय साइबर अपराध इकाई ने इस मामले में जांच शुरू की. जांच में पाया गया कि ये आरोपी विभिन्न राज्यों में फैले हुए थे और संगठित तरीके से ठगी का धंधा चला रहे थे.

आरोपियों की गिरफ्तारी

विशेष जांच दल ने 24 घंटे की मशक्कत के बाद इन सभी को गिरफ्तार किया. जांच में यह भी पाया गया कि इनका ठगी का नेटवर्क देशभर में फैला हुआ था और इनका संपर्क अन्य बड़े साइबर अपराधियों से भी था.

जामताड़ा: साइबर अपराध का केंद्र

जामताड़ा जिला लंबे समय से साइबर अपराध का केंद्र रहा है. यहां के युवा तकनीकी जानकारी का दुरुपयोग कर लोगों को ठगते रहे हैं. “जामताड़ा” वेब सीरीज ने इस जिले की साइबर अपराध की काली सच्चाई को उजागर किया था.

सरकार और पुलिस की प्रतिक्रिया

सरकार और पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे ऐसे साइबर अपराधों को रोकने के लिए नई तकनीकों और निगरानी प्रणाली का उपयोग कर रहे हैं. उन्होंने लोगों से भी सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध फोन कॉल या संदेश पर ध्यान न देने की अपील की है.

भविष्य की दिशा

इन आरोपियों को दोषी ठहराए जाने के बाद, उम्मीद की जा रही है कि अन्य साइबर अपराधियों में डर पैदा होगा और वे इस तरह के अपराध करने से बचेंगे. पुलिस ने कहा है कि वे भविष्य में भी इस तरह के अपराधों पर कड़ी नजर रखेंगे और दोषियों को सख्त सजा दिलाएंगे.

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