हजारीबाग के चौपारण की पडरिया पंचायत में गुरुवार की रात में निकले मुखिया उम्मीदवार के विजय जुलूस में दो पक्ष भिड़ गए। इस घटना में गंभीर रूप से घायल वीरेंद्र सिंह (47) की शुक्रवार को रांची में मौत हो गई। वीरेंद्र की मौत की खबर गांव पहुंचने पर लोगों को आक्रोश भड़क उठा। भीड़ ने शाम साढ़े चार बजे मृतक के परिजनों के साथ केंदुआ मोड़ पर टायर जलाकर जीटी रोड जाम कर दिया। देर शाम समाचार लिखे जाने तक लेाग सड़क पर जमे हुए थे। यातायात ठप होने से सड़क के दोनों ओर भीषण जाम लगा हुआ था। बरही के सर्किल इंस्पेक्टर रोहित सिंह ने मौके पर पुलिस की मदद से लोगों को समझाकर जाम खुलवाने में जुटे हुए थे लेकिन कामयाबी नहीं मिली।
क्या है मामला?
गुरुवार शाम को पडरिया गांव के नवनिर्वाचित मुखिया पप्पू रजक के समर्थन में विजय जुलूस निकला था। इस दौरान डीजे बजाने को लेकर पडरिया से दो किमी दूर ककरौला गांव में दो पक्षों में मारपीट हुई। बवाल में बाल किशुन यादव के घर और कार का शीशा टूट गया। टकराव में एक पक्ष के वीरेंद्र सिंह, बबलू सिंह और सुनील सिंह घायल हो गए। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद रांची रेफर किया गया था। जहां शुक्रवार अपराह्न तीन बजे वीरेंद्र सिंह की मौत हो गई। एक अन्य घायल बबलू सिंह की स्थिति गंभीर बताई जाती है।
विधायक ने दिया धरना..
बालकिशुन यादव के घर और कार का शीशा टूटने के विरोध में स्थानीय विधायक उमाशंकर अकेला सुबह अपने समर्थकों के साथ थाना पहुंचे। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए वह थाने में धरने पर बैठ गए। विधायक ने कहा कि बाल किशुन के घर पर हमला हुआ है। उन्होंने थाना प्रभारी स्वपन महतो को हटाने तथा मुखिया पप्पू रजक को गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की। शाम होते-होते वीरेंद्र सिंह की मौत से मामले ने और तूल पकड़ लिया।