पलामू में पलाश की खेती से किसानों को बनाया जाएगा आत्मनिर्भर..

पलामू आयुक्त श्री जटाशंकर चौधरी ने पलामू में पलाश के पौधे से लाह की खेती को बढ़ावा देने पर बल दिया है। आयुक्त पांकी रोड, रांची रोड सहित प्रमंडल क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर पलाश फूल की लाली व पौधों को देख वो किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के दिशा में पहल कर रहे हैं।

पलामू आयुक्त ने कहा कि पलामू प्रमंडल में बहुतायत मात्रा में पलाश के पेड़ नजर आते हैं। इसपर भी लाह की खेती होती है। लाह की खेती को बढ़ावा देने से किसानों को काफी लाभ होगा। इसे लेकर कृषि अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिकों से विमर्श कर लाह की खेती को कैसे बढ़ावा देने पर कार्य होगा। साथ ही किसानों को बाजार से जोड़कर उन्हें अत्यधिक मुनाफा दिलाया जायेगा।

आयुक्त ने कहा कि पलामू के कुंदरी लाह बगान में भी लाह का उत्पादन शुरू कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि पलामू प्रमंडल का क्षेत्र लाह उत्पादन में बहुत प्रसिद्ध था, यहां से लाह की निर्यात होती थी। वर्तमान समय में इसमें कमी देखने को मिल रही है। किसानों को जागरूक कर, उनमें लाह उत्पादन के प्रति रूचि जागृत करते हुए उत्पादन पर ध्यान दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि वैसे तो कुसुम पेड़ की लाह उच्च गुणवत्ता वाली होती है, लेकिन पलामू में पलाश और बैर से लाह निकाली जाती है। इसकी भी गुणवत्ता कम नहीं है। लाह की खेती को बढ़ावा मिलने से पलामू में रोजगार सृजन होगा। साथ ही किसानों की आय दोगुनी होगी। लाह की बाजार भाव भी अच्छा होता है। इसके उंचे दाम मिलते हैं।

उन्होंने बताया कि लाह की खेती से जुड़े किसानों को उन्नत किस्म के लाह किट मुहैया कराया जाएगा। साथ ही लाह की खेती के लिए प्रेरित, प्रोत्साहित व जागरूक करने के साथ-साथ कृषि विज्ञान केन्द्र के माध्यम से प्रशिक्षण दिलाया जायेगा, ताकि किसान लाह का उत्पादन करने में सक्षम साबित हो सके।

लाह उत्पादन से प्रमंडल की महिलाओं को विशेष लाभ होगा। वे अपने गांव-घर के आसपास में लाह चढ़ाकर अपनी जीविकोपार्जन कर सकेंगे। प्रमंडल के तीनों जिले पलामू, गढ़वा व लातेहार में लाह की खेती से जुड़े किसानों का डाटा बेस तैयार करने का निर्देश भी पदाधिकारियों को दे दिया है। साथ ही इसके प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित किए जाने का निर्देश दिया है। वहीं बेसलाइन सर्वे कराने की बातें कही है।

पलाश फूल से गुलाल निर्माण
आयुक्त श्री जटाशंकर चौधरी ने कहा है कि पलामू में पलाश के फूल से हर्बल गुलाल निर्माण कराने की दिशा में भी कार्य होगा। गुलाल निर्माण हेतु पलामू में प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित की जाएगी। इससे पलामू प्रमंडल वासियों को प्राकृतिक गुलाल मिल सकेगा। साथ ही गुलाल निर्माण अधिक होने से दूसरे जिले एवं राज्यों में भी इसका निर्यात किया जाएगा।