रामगढ़ के किसान अब करेंगे काले टमाटर की खेती..

रामगढ़ में अब बड़े पैमाने पर काले टमाटर की खेती की तैयारी की जा रही है | रामगढ़ के महेंद्र सिंह जौली अपने बगीचे में काले टमाटर का उत्पादन कर रहे है| उन्होंने बताया की वो काले टमाटर के पौधे लगाकर बीज तैयार कर रहे हैं, जिससे रामगढ़ के किसान काले टमाटर की खेती कर सके | महेंद्र सिंह जौली के अनुसार वे मैक्सिको से बीज मंगवाकर अपने नर्सरी में पौधे तैयार कर रहे हैं | आपको बता दें कि आस्ट्रेलिया में पहले से ही बड़े पैमाने पर इंड‍िगो रोज टोमेटो यानी काला टमाटर का उत्पादन होता है | लेकिन अब काले टमाटर का उत्पादन झारखंड के रामगढ़ में भी हो रहा है। यहां की म‍िट्टी और जलवायु के अनुकूल होने के कारण यहां काले टमाटर की नर्सरी तैयार की जा रही है। रामगढ़ के खेतों में काले टमाटर को उगा कर इसकी जांच-परख भी कर ली गई है। बागवानी के शौकीन व्यवसायी महेंद्र सिंह जौली की बगिया में इंड‍िगो रोज टोमेटो के बीज से करीब दो दर्जन पौधे उगाए गए हैं।

वैसे तो महेंद्र सिंह जौली के बगीचे में देश-विदेश में मिलने वाले विभिन्न प्रजाति के ऑर्किड के अलावा कई तरह के फल-फूल के पेड़-पौधे हैं। लेकिन फिलहाल उनका लक्ष्य काले टमाटर की खेती कराने के लिए ज्यादा से ज्यादा किसानों को प्रेरित करना है। महेंद्र सिंह जौली का मानना है कि काले टमाटर के उत्‍पादन से झारखंड के क‍िसानों को काफी फायदा हो सकता है|

आपको बता दें कि काला टमाटर सिर्फ बाहर से काला होता है जबकि अंदर से लाल ही होता है | इस टमाटर का स्वाद भी लाल टमाटर की तरह ही होता है लेकिन इसमें बीज की मात्रा कम होती है | किसान बताते हैं कि काले टमाटर की खेती में ज़्यादा सिंचाई की ज़रूरत नहीं होती है | जबकि लाल टमाटर की खेती में सिंचाई की ज़्यादा ज़रूरत होती है | वहीं काले टमाटर की खेती में लाल टमाटर के मुकाबले लागत भी कम होती है |साथ ही , कैंसर व मधुमेह जैसी गंभीर बीमारी के रोकथाम के लिए काला टमाटर काफी मददगार माना जाता है। इसकी खासियत है कि यह टमाटर जल्दी खराब या सड़ता नहीं है। पौधे से इस टमाटर को तोड़ने के बाद यह अधिक समय तक बिल्कुल तरोताजा रहता है।

उन्हाेंने बताया कि एक पके हुए टमाटर से 40-50 बीज पैदा होता है। सबसे पहले वे रामगढ़ के किसानों को खेती करने के लिए नर्सरी से तैयार पौधे देंगे। उनकी तमन्ना है कि रामगढ़ से इंडिगो रोज टोमेटाे की खेती शुरू हो और पूरे झारखंड में इसका विस्तार हो। इस टमाटर की खेती से किसानों को अधिक से अधिक लाभ होने के साथ-साथ इसके सेवन से कैंसर व मधुमेह जैसे बीमारी से भी राहत मिलेगी |