राज्य के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा के तंज का उत्तर देते हुए कहा की विपक्ष पूर्ण रूप से हताश है। उन्होंने कहा की सत्ता छिन जाने के बाद उन्हें समझ नहीं आ रहा की क्या किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल ने अभिभाषण में वही पढ़ा जो कार्य सरकार ने धरातल पे उतारे हैं.
सांसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने राज्यपाल के अभिभाषण को विपक्ष के अभियोग के उलट सच्चाई का दस्तावेज़ बताते हुए कहा कि ग्रामीण विकास विभाग में जो कार्य हुए हैं उनकी अनदेखी नहीं की जा सकती. चाहे वो मनरेगा के अंतर्गत कार्य दिवस की बात हो या प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना, हर क्षेत्र में कार्य हुआ है।
पूर्व मंत्री अमर कुमार बाउरी ने कहा कि अभिभाषण में सरकार के अनगिनत झूठ देखने को मिले। सरकार ने सत्र में जो भी असत्य बातें कही हैं , उनका जवाब भी इसी विधानसभा में मिलेगा। इसके साथ ही पूर्व मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि सरकार ने जनता के विकास के क्षेत्र में कोई काम नहीं किया बल्कि उन्हें सिर्फ ठगा है और यहाँ महामहिम द्वारा झूठ का पुलिंदा पढ़वा दिया।
वहीं, विधायक प्रदीप यादव ने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा कि सरकार ने कोरोना काल में मजदूरों व छात्रों को वापस लाने का जो कार्य किया उसका अनुसरण पुरे देश ने किया और साथ ही 20 सालों में जिस जेपीएससी की नियमावली तैयार नहीं हुई उसे पूरा करने का कार्य भी इसी सरकार ने किया।
वहीं मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने भी विपक्ष के बयानों का करारा जवाब देते हुए कहा कि सरकार ने जो कार्य किये हैं वो प्रेरणादायक हैं और अभिभाषण में कुछ भी गलत नहीं कहा गया। सरकार ने जनहित में जो कार्य किये हैं उन्हीं की चर्चा की गयी। सरकार नियुक्ति के पथ पर अग्रसर है और शीघ्र ही श्रम विभाग के अंतर्गत युवाओं को कौशल विकास के ज़रिये प्रशिक्षण दे कर बड़ी कंपनियों में काम दिया जाएगा।