राज्य के 32 जनजातीय समूह के 72 स्टॉल की लगायी जाएगी प्रदर्शनी..

Jharkhand:विश्व आदिवासी दिवस पर आयोजित किये जानेवाले झारखंड आदिवासी महोत्सव-2023 में झारखंड की जनजातीय कला-संस्कृति का अद्भुत, अनूठा समागम देखने को मिलेगा। रांची के जेल चौक स्थित भगवान बिरसा मुण्डा स्मृति उद्यान सह संग्रहालय में आयोजित किये जा रहे दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रम में लगभग 72 स्टॉल की प्रदर्शनी लगायी जायेगी, जिनमें जनजातीय समूहों के भी स्टॉल होंगे।

9 एवं 10 अगस्त को आयोजित होगा कार्यक्रम…
झारखंड समेत पूरे देश की आदिवासी संस्कृति, परम्परा, वेशभूषा और खानपान का अनोखा संगम 9 एवं 10 अगस्त को आयोजित झारखंड आदिवासी महोत्सव-2023 में देखने को मिलेगा। महोत्सव में अरुणाचल प्रदेश, असम, आंध्रप्रदेश, ओडिसा, राजस्थान के जनजातीय समुदाय के मेहमान अपनी परम्परा और संस्कृति से राज्यवासियों को रूबरू कराएंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत नागपुरी, सराइकेला छऊ, डोमकच, पायका समेत अन्य नृत्य की प्रस्तुति कलाकारों द्वारा की जाएगी।

72 स्टॉल की प्रदर्शनी लगायी जायेगी….
32 जनजातीय समूह के 72 स्टॉल की भी प्रदर्शनी झारखंड आदिवासी महोत्सव- 2023 में राज्य के 32 जनजातीय समूह के 72 स्टॉल की प्रदर्शनी लगायी जायेगी। झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) की ओर से ये स्टॉल लगाये जायेंगे। जिसमें राज्य के सभ ऐप खोलें के कला- -संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। साथ ही राष्ट्रीय शहरी
विश्व आदिवासी दिवस पर आयोजित किये जानेवाले झारखंड आदिवासी महोत्सव- 2023 में झारखंड की जनजातीय कला-संस्कृति का अद्भुत, अनूठा समागम देखने को मिलेगा। रांची के जेल चौक स्थित भगवान बिरसा मुण्डा स्मृति उद्यान सह संग्रहालय में आयोजित किये जा रहे दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रम में लगभग 72 स्टॉल की प्रदर्शनी लगायी जायेगी, जिनमें जनजातीय समूहों के भी स्टॉल होंगे।

32 जन जातियों के कला-संस्कृति की दिखेगी झलक….
झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) की ओर से ये स्टॉल लगाये जायेंगे। जिसमें राज्य के सभी 32 जन जातियों के कला-संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। साथ ही राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत जनजातीय स्वयं सहायता समूह के 05 स्टॉल भी लगाये जायेंगे। 06 स्टॉल कल्याण विभाग तथा 1-1 स्टॉल खादी और झारक्राफ्ट के भी होंगे।

जनकल्याणकारी योजनाओं दी जाएगी जानकारी….
झारखंड आदिवासी महोत्सव-2023 में लोगों को राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की भी जानकारी मिलेगी। इसमें कृषि, कल्याण, ग्रामीण विकास, श्रम, शिक्षा, समाज कल्याण आदि से संबंधित योजनाओं के स्टॉल होंगे। प्रदर्शनी में मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना, फूलो-झानो आशीर्वाद एवं बिरसा हरित ग्राम अभियान, सारथी योजना, गुरुजी क्रेडिट कार्ड, सर्वंजन पेंशन योजना, सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, मरांग गोमके जयपाल सिंह मुण्डा ओवरसीज स्कॉलरशिप स्कीम (एमजीओएस) आदि से संबंधित स्टॉल लगायें जायेंगे ताकि लोग योजना की जानकारी के साथ-साथ लाभान्वित होने की प्रक्रिया भी जान पायें |

मुद्दों पर चर्चा और परिचर्चा का आयोजना होगा…
विचार-विमर्श और सेमिनार भी एक ओर जहां लोग सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगे, वहीं दूसरी ओर आदिवासी भाषा के समक्ष चुनौती और अवसर, आदिवासी युवाओं के लिए उद्यमिता, जनजातीय व्यंजनों का विपणन, कृषि पारिस्थितिकी की प्रासंगिकता और महत्व समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा और परिचर्चा का आयोजना होगा। सेमिनार के जरिए आदिवासी इतिहास, मानवशास्त्र, आदिवासी अर्थव्यवस्था- एक वैकल्पिक अर्थव्यवस्था की परिकल्पना, जनजातीय साहित्य- काल्पनिक और गैर-काल्पनिक जैसे विषयों पर लोग अपनी बातों को रखेंगे।

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