राज्य के बीएड कॉलेजों में 17 जून तक नामांकन होगा। झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा ने इसका शिड्यूल जारी कर दिया है। पिछली तीन काउंसिलिंग होने के बाद भी राज्य में अभी भी साढ़े छह हजार सीटें खाली है।
मेरिट लिस्ट में आने के बाद भी मनचाहा कॉलेज नहीं मिलने पर विद्यार्थी नामांकन नहीं ले रहे हैं। झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा परिषद ने चयनित अभ्यर्थियों की जारी सूची को अंतिम सूची माना है। इसके बाद भी सीटें खाली रह जाती है तो ओपन फॉर ऑल प्रक्रिया को लागू कर सकते हैं। जिसमें विद्यार्थी पहले आओ पहले सीट पाओ की तर्ज पर नामांकन कर सकेंगे।
दिसंबर से ही शुरू हो गई थी नामांकन की प्रक्रिया
बीएड कॉलेजों में नामांकन की प्रक्रिया दिसंबर से ही शुरू हो चुकी थी। जनवरी तक आवेदन लिए गए। इसके बाद जनवरी में ही पहली काउंसिलिंग हुई थी लेकिन अभ्यर्थियों के मेरिट में आने के बाद भी उन्होंने नामांकन नहीं लिया। इस प्रकार दूसरी, तीसरी व चौथी काउंसिलिंग भी हुई बावजूद इसके अब भी 6 हजार से ज्यादा सीटें खाली है।
काउंसिलिंग पर हो रहे ज्यादा खर्च
अभ्यर्थियों के आवेदन से ज्यादा काउंसिलिंग पर ज्यादा राशि खर्च हुई है। ऑनलाइन आवेदन जमा करने के समय 1 हजार रुपए की राशि देनी पड़ती थी, जबकि हर बार की काउंसिलिंग में 400 रुपए की दर विद्यार्थी को देना पड़ा।
अब तक क्लास भी हाे जाती शुरू
जसीडीह बीएड कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कॉलेजों में ओपन फॉर ऑल नामांकन प्रक्रिया हो जाती तो 15 दिनों के अंदर ही सभी बीएड कॉलेजों में सीटें भर जाती। इस प्रोसेस से जनवरी में ही एडमिशन पूरा हो जाता और अब तक क्लास भी शुरू हो जाती।