झारखंड में उत्पाद विभाग के सिपाही पद पर भर्ती के दौरान अभ्यर्थियों की जान पर बन आई है. भर्ती प्रक्रिया में अब तक आठ अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है, जबकि 200 से अधिक अभ्यर्थी बेहोश हो चुके हैं. ताजा घटना में 27 वर्षीय सूरज वर्मा की मौत हो गई, जो गिरिडीह जिले के देवरी प्रखंड के हीरोडीह थाना क्षेत्र के मनिकाबांध गांव का निवासी था. सूरज ने दौड़ पूरी करने के बाद अचानक तबीयत बिगड़ने पर दम तोड़ दिया. उसके साथ दौड़ रहे एक दर्जन से अधिक प्रतिभागियों का भी स्वास्थ्य बिगड़ गया. पुलिस मुख्यालय ने इन मौतों को गंभीरता से लेते हुए सभी मामलों में यूडी (अप्राकृतिक मृत्यु) केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
घटना का विवरण
सूरज वर्मा ने सुबह 6:45 बजे अपनी दौड़ निर्धारित समय सीमा के अंदर पूरी कर ली थी. दौड़ पूरी करने के तुरंत बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. बहाली स्थल पर मौजूद सीएचसी पदमा प्रभारी डॉक्टर धीरज कुमार और डॉक्टर विनीत कुमार ने उसे प्राथमिक उपचार दिया, और फिर उसे हजारीबाग सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पदमा में भर्ती प्रक्रिया के दौरान अब तक दो युवकों की मौत हो चुकी है. पलामू में चार, जादूगोड़ा और गिरिडीह में एक-एक अभ्यर्थी की मौत हो चुकी है. जादूगोड़ा में मरने वाला अभ्यर्थी भी गिरिडीह का रहने वाला था. भर्ती प्रक्रिया के दौरान 200 से अधिक अभ्यर्थी बेहोश हो चुके हैं, जिनमें से कुछ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. झारखंड उत्पाद सिपाही प्रतियोगिता परीक्षा-2023 के तहत 583 पदों के लिए पांच लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं.
भर्ती प्रक्रिया और नियमावली
झारखंड पुलिस में पुरुष सिपाही के पद पर भर्ती के लिए अभ्यर्थियों को 60 मिनट में 10 किलोमीटर की दौड़ पूरी करनी होती है. गृह विभाग की ओर से इस संबंध में वर्ष 2016 में नियमावली बनायी गई थी. 2017 में संशोधन के बाद महिला सिपाही पद के लिए 40 मिनट में पांच किलोमीटर की दौड़ पूरी करनी होती है, जबकि पहले यह समय सीमा 30 मिनट थी. उत्पाद विभाग के सिपाहियों की नियुक्ति के लिए भी यही नियमावली लागू होती है.
मेदिनीनगर के होटलों में छापेमारी
22 अगस्त से शारीरिक दक्षता जांच की प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसमें मेदिनीनगर के होटलों में भी छापेमारी की गई. इस दौरान एक होटल से स्ट्रॉन्ग ड्रिंक की दो बोतलें बरामद की गईं. चियांकी हवाई अड्डा परिसर के आसपास के चार होटलों में भी छापेमारी की गई, जिसमें सामने आया कि अभ्यर्थी एनर्जी ड्रिंक और नशे का सेवन कर रहे हैं, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ रही है.
पुलिस मुख्यालय ने दी जांच की जानकारी
पुलिस मुख्यालय की ओर से कहा गया है कि उत्पाद सिपाही शारीरिक परीक्षा के दौरान हुई मौतों की जांच करायी जाएगी. आईजी अभियान सह प्रवक्ता एवी होमकर ने कहा कि दुर्भाग्यवश कुछ केंद्रों में शारीरिक परीक्षा के दौरान कुछ अभ्यर्थियों की मौत हो गई है. इन मामलों में यूडी केस दर्ज कर जांच की जा रही है और मौत के कारणों का पता लगाया जा रहा है.
केंद्रों पर मेडिकल सुविधाएं और अभ्यर्थियों की देखभाल
भर्ती केंद्रों पर हर संभव चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है. प्रत्येक चयन केंद्र पर एक मेडिकल टीम को दवा और एंबुलेंस के साथ तैनात किया गया है. केंद्रों पर पेयजल और ओआरएस पैकेट भी उपलब्ध कराए गए हैं. गर्मी से बचने के लिए दौड़ को सुबह जल्दी आयोजित करने का प्रयास किया जा रहा है.
चिकित्सकों की सलाह: दौड़ से पहले स्वास्थ्य जांच अनिवार्य
रिम्स के मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विद्यापति के अनुसार, अभ्यर्थियों को बिना स्वास्थ्य जांच कराए लंबी दौड़ में शामिल नहीं होना चाहिए. हार्ट और फेफड़े की बीमारी होने पर लंबी दौड़ में भाग लेने से जान का जोखिम बढ़ जाता है. कई युवा दौड़ में बेहतर प्रदर्शन के लिए दवा का उपयोग करते हैं, जिससे जान का खतरा और बढ़ जाता है. चिकित्सकों ने सलाह दी है कि अभ्यर्थी लंबी दौड़ में हिस्सा लेने से पहले स्वास्थ्य जांच अवश्य कराएं, नियमित अभ्यास करें और बिना तैयारी के अचानक दौड़ में शामिल न हों.