देशभर में प्रतिष्ठित मानी जाने वाली कोचिंग संस्था FIITJEE के अचानक बंद हो जाने से छात्रों और उनके अभिभावकों को बड़ा आर्थिक झटका लगा है। झारखंड की राजधानी रांची में भी इसका सेंटर बंद कर दिया गया, जिससे सैकड़ों छात्रों का भविष्य संकट में आ गया है। अभिभावकों ने भारी-भरकम फीस जमा कर अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की थी, लेकिन अब वे खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। कई अभिभावकों ने FIITJEE के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
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करोड़ों रुपये डूबे, सैकड़ों छात्र संकट में
FIITJEE की फीस काफी अधिक होती थी, जो प्रति छात्र 2 से 4 लाख रुपये तक थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रांची सेंटर में 500 से अधिक छात्रों ने दाखिला लिया था। ऐसे में केवल रांची के अभिभावकों के करोड़ों रुपये इस संस्थान में फंस गए हैं। संस्थान के अचानक बंद होने से छात्रों की पढ़ाई भी बाधित हो गई है और वे अन्य संस्थानों में दाखिला लेने के लिए परेशान हैं।
अभिभावकों ने दर्ज कराई प्राथमिकी
संस्थान के अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायतें बढ़ती जा रही हैं। कुछ अभिभावकों ने रांची में स्थानीय पुलिस थाने में FIR दर्ज कराई है। उन्होंने FIITJEE के स्थानीय अधिकारियों को आरोपी बनाया है और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
FIITJEE के खिलाफ देशभर में कार्रवाई
यह समस्या सिर्फ रांची तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश में FIITJEE के खिलाफ केस दर्ज हो रहे हैं। नोएडा में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए संस्थान के 300 से अधिक बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है। कई अन्य शहरों में भी अभिभावक न्याय की मांग कर रहे हैं।
छात्रों और अभिभावकों की चिंता बढ़ी
छात्रों और उनके माता-पिता के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि वे अपनी खोई हुई फीस को कैसे वापस पाएं और आगे की पढ़ाई कैसे जारी रखें। अभिभावकों ने सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है ताकि छात्रों को न्याय मिल सके और उनका भविष्य सुरक्षित रह सके।
प्रशासन से अपील
अभिभावकों का कहना है कि प्रशासन को जल्द से जल्द इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। यदि समय रहते कोई समाधान नहीं निकला, तो यह न केवल छात्रों के करियर को प्रभावित करेगा बल्कि शिक्षा प्रणाली में भी अविश्वास पैदा करेगा।