राज्यपाल ने कहा-सीएनटी-एसपीटी अधिनियम में बदलाव हो लेकिन इसकी मूल भावना बरकरार रहनी चाहिए..

रांची : शनिवार को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू राजभवन में मीडिया से रूबरू हुई। इस दौरान उन्होंने कहा कि नए राज्यपाल रमेश बैश को टीएसी के गठन से अवगत करा चुकी हूं। उन्होंने कहा कि जाते-जाते वह कुछ बोलना नहीं चाहती, लेकिन टीएसी में जो भी हुआ वह सभी को पता है। संविधान को सभी को मानना चाहिए और उसके दायरे में ही काम करना चाहिए। झारखंड की वर्तमान राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने सीएनटी-एसपीटी अधिनियम में हुए बदलाव का समर्थन करती दिखीं। उन्होंने कहा कि सीएनटी-एसपीटी अधिनियम में बदलाव हो लेकिन इसकी मूल भावना बरकरार रहनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि टीएसी की नियमवाली में बदलाव के संबंध में कई आपतियां राजभवन को मिली थी। उन पर संज्ञान लेते हुए कल्याण विभाग से संबंधित फाइल मंगवाई थी। हालांकि विभाग से फाइल देरी से मिली तब तक नए राज्यपाल की नियुक्ति हो गई। उन्होंने कहा कि नए राज्यपाल रमेश बैश को इससे जुड़ी सारी बातों और विधि के परामर्श से अवगत करा दी हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सीएनटी अधिनियम में थाना के दायरे पहले काफी कम थे लेकिन अब बढ़ चुका है। वहीं राज्य में आदिवासियों को आबादी कम होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके कई कारण रहे हैं। कुछ शिक्षित लोगों ने अपना अलग रास्ता बना लिया है। उन्होंने आदिवासियों की शिक्षा पर जोर दिया और कहा कि शिक्षा से ही उनका विकास हो सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि झारखंड के लोग काफी सरल और अच्छे हैं। उन्हें 6 साल में कभी नहीं लगा कि वो दूसरे राज्य में हैं। बता दे कि अब झारखंड के नए राज्यपाल रमेश बैश हैं।