डॉ राजकुमार की जगह डॉ शशिबाला सिंह बनीं रिम्स की नई प्रभारी निदेशक, सरकार ने जारी की अधिसूचना…..

रांची स्थित राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स (राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान) में एक बड़ा प्रशासनिक बदलाव किया गया है. रिम्स के निदेशक डॉ राजकुमार को उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया है और उनकी जगह अब डॉ शशिबाला सिंह को अंतरिम प्रभारी निदेशक नियुक्त किया गया है. इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग की ओर से 18 अप्रैल को अधिसूचना जारी कर दी गई है.

डॉ इरफान अंसारी ने लिया फैसला

यह निर्णय राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सह रिम्स शासी परिषद के अध्यक्ष डॉ इरफान अंसारी द्वारा लिया गया. डॉ अंसारी ने स्पष्ट किया कि रिम्स में अनुशासनहीनता और आदेशों की लगातार अनदेखी को देखते हुए यह सख्त कदम उठाना पड़ा. उन्होंने कहा कि वे सिर्फ मंत्री बनने नहीं आए हैं, बल्कि राज्य के हेल्थ सिस्टम को सुधारने के लिए आए हैं, और अब हर वह अधिकारी जो गलत जानकारी देगा या जनहित के खिलाफ काम करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा.

डॉ शशिबाला सिंह ने जताया आभार, कहा- पूरी ईमानदारी से निभाऊंगी जिम्मेदारी

नयी प्रभारी निदेशक बनाये जाने के बाद डॉ शशिबाला सिंह ने राज्य सरकार का आभार जताया और कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी दी गई है, वह उसे पूरी निष्ठा, ईमानदारी और समर्पण के साथ निभाएंगी. उन्होंने कहा कि रिम्स की व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़, पारदर्शी और जनहितकारी बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगी. उनका उद्देश्य है कि रिम्स को स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जाए.

डॉ राजकुमार की बर्खास्तगी के पीछे क्या हैं कारण

गुरुवार, 17 अप्रैल की रात रिम्स के निदेशक डॉ राजकुमार को अचानक पद से हटा दिया गया. इस संबंध में डॉ इरफान अंसारी द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि डॉ राजकुमार ने मंत्री परिषद, शासी परिषद और स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का पालन नहीं किया. इसके अलावा, रिम्स अधिनियम-2022 के तहत जो उद्देश्य तय किए गए थे, उन्हें पूरा करने में वे विफल रहे. आदेश में यह भी कहा गया है कि डॉ राजकुमार की सेवा संतोषजनक नहीं रही, इसीलिए उन्हें तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटाया गया.

नियमों के अनुसार मिला तीन माह का वेतन और भत्ता

हालांकि, डॉ राजकुमार को रिम्स नियमावली-2022 के नियम 9(6) के तहत बर्खास्त किया गया है, जिसके अंतर्गत उन्हें तीन महीने का वेतन और भत्ता दिया जाएगा. आदेश में यह स्पष्ट किया गया है कि यह निर्णय जनहित को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि रिम्स जैसे महत्वपूर्ण संस्थान की कार्यप्रणाली बेहतर की जा सके.

स्वास्थ्य मंत्री ने दी चेतावनी

स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने साफ शब्दों में कहा है कि अब कोई भी अधिकारी जनहित के कार्यों में लापरवाही बरतेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि राज्य की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देना सरकार की प्राथमिकता है और रिम्स जैसी संस्था में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने यह भी जोड़ा कि जो अधिकारी ईमानदारी से काम करेगा, उसे सरकार द्वारा प्रोत्साहन मिलेगा.

रिम्स में सुधार की उम्मीद

डॉ शशिबाला सिंह की नियुक्ति से रिम्स में बेहतर प्रबंधन और पारदर्शिता की उम्मीद जताई जा रही है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, रिम्स में पिछले कुछ समय से कई प्रशासनिक और कार्यात्मक दिक्कतें आ रही थीं, जिनसे निपटने के लिए एक मजबूत नेतृत्व की जरूरत थी. डॉ शशिबाला सिंह के पास स्वास्थ्य क्षेत्र का व्यापक अनुभव है और उम्मीद की जा रही है कि वे रिम्स की व्यवस्था को बेहतर दिशा में ले जाएंगी.

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