रांची में राशन कार्ड की गलतियों पर जिला प्रशासन का कड़ा एक्शन….

रांची जिले में कई लोग गलत तरीके से राशन कार्ड का लाभ उठा रहे हैं, जिसके चलते गरीब और ज़रूरतमंद लोग इससे वंचित रह जाते हैं. इस गंभीर समस्या का समाधान करने के लिए जिला प्रशासन ने बड़ा कदम उठाने का फैसला किया है. प्रशासन की ओर से गलत तरीके से राशन कार्ड बनाकर उसका उपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

घर-घर जाकर होगा भौतिक सत्यापन

जिला प्रशासन को लगातार इस बात की शिकायतें मिल रही थीं कि कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने गलत तरीके से राशन कार्ड हासिल किया हुआ है और वे इसका गलत फायदा उठा रहे हैं. इसके मद्देनजर, प्रशासन ने अब घर-घर जाकर राशन कार्डधारकों का भौतिक सत्यापन करने का निर्णय लिया है. इस सत्यापन के दौरान अगर किसी के पास अयोग्यता के बावजूद राशन कार्ड पाया जाता है, तो उनके खिलाफ तुरंत जुर्माना लगाया जाएगा और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.

जुर्माने की वसूली के नियम

जिला प्रशासन ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि जिन लोगों ने गलत तरीके से राशन कार्ड हासिल किया है, उनसे राशन का उठाव किए जाने के समय से ही अनाज की बाजार दर के साथ 10 प्रतिशत ब्याज की राशि जुर्माने के रूप में वसूली जाएगी. यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है ताकि सही मायने में गरीब और जरूरतमंद लोगों तक राशन पहुंच सके.

लंबित आवेदन और राशन कार्ड की कमी

रांची जिले में फिलहाल 76,000 से अधिक लोगों ने नए राशन कार्ड के लिए आवेदन किया हुआ है, लेकिन रिक्तियां न होने की वजह से उनके कार्ड नहीं बन पाए हैं. इस वजह से जिला प्रशासन का ध्यान अब उन लोगों पर है जिन्होंने अयोग्य होते हुए भी राशन कार्ड बनवा रखा है. प्रशासन का मानना है कि अगर ऐसे लोग अपने राशन कार्ड सरेंडर कर देते हैं, तो सही और योग्य लाभार्थियों को राशन कार्ड दिए जा सकेंगे.

डीलरों की जवाबदेही

इस पूरी प्रक्रिया में राशन डीलरों की भी बड़ी भूमिका होगी. जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि अब राशन डीलरों को भी जवाबदेह बनाया जाएगा. डीलरों को राशन देते समय संपन्न और अयोग्य लोगों की पहचान करनी होगी. अगर उन्हें किसी व्यक्ति पर संदेह होता है, तो इसकी जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों को दी जानी चाहिए.

विशेष टीम का गठन

राशन कार्ड की जांच और सत्यापन के लिए जिला प्रशासन ने एक विशेष टीम का गठन करने का निर्णय लिया है. यह टीम कभी भी घर जाकर छापा मार सकती है और जांच कर सकती है कि किसने गलत तरीके से राशन कार्ड प्राप्त किया हुआ है. पिछले एक साल से जिला प्रशासन संपन्न लोगों से राशन कार्ड सरेंडर करने की अपील कर रहा है, लेकिन अब तक केवल 4,000 लोगों ने ही अपने राशन कार्ड सरेंडर किए हैं. प्रशासन के सर्वेक्षण के अनुसार, अभी भी 22,135 लोग ऐसे हैं जो योग्यता नहीं रखने के बावजूद राशन कार्ड का लाभ उठा रहे हैं.

ऑनलाइन आवेदन और समस्या

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत, योग्य लाभार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, और इसके कारण नए राशन कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन भी बढ़ते जा रहे हैं. इसके अलावा, पहले से निर्गत राशन कार्ड में छूटे हुए सदस्यों का नाम जोड़ने के लिए भी बड़ी संख्या में आवेदन आ रहे हैं. लेकिन, निर्धारित लक्ष्य से अधिक संख्या में आवेदन प्राप्त होने के कारण सभी योग्य लाभार्थियों को राशन कार्ड जारी कर पाना संभव नहीं हो पा रहा है. इसी वजह से जिला प्रशासन अब उन लोगों से अपील कर रहा है जिन्होंने गलत तरीके से पीएच और अंत्योदय परिवार के श्रेणी का राशन कार्ड प्राप्त किया हुआ है, वे अपना कार्ड स्वयं सरेंडर कर दें.

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