लगातार बढ़ती महंगाई से आमजनों का हाल-बेहाल हो गया है। जिसका सीधा असर उनकी रसोई पर पड़ा है। इस महंगाई ने उनका बजट बिगाड़ दिया है। रसोई में उपयोग होने वाली हर रोज की उपभोग की वस्तुओं पर लगभग 20-40 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है। दाल, तेल, दूध, गैस,जैसी जरूरी चीजों के दाम आसमान छू रहें है।
चना दाल में लगभग 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, चने की दाल जहां पहले 60 रुपये मिलती थी, वो बढ़कर 70 रुपये प्रति किलोग्राम हो गयी है। वहीं अरहर की दाल में लगभग 40 प्रतिशत के वृद्धि साथ 110-120 रुपये प्रति किलो मिल रही है। काबुली चना अब 95 से 100 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। मूंगफली पहले 95 रुपये प्रति किलो मिलती थी, जो अब 125 से 130 रुपये किलो है। मसूर दाल 66 रुपये की जगह 75 रुपये प्रतिकिलो मिल रही है। खुलाआटा 25 की जगह 30 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से मिल रहा है। तेल की कीमत में भी 15 से 30 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी हुई है।
इधर दुग्ध और दुग्ध उत्पाद की कीमतें भी बढ़ी है । सुधा और मेधा डेयरीज ने अपने दूध और दुग्ध उत्पाद की कीमतें भी बढ़ाई है । दोनों कंपनियों ने दूध की कीमतें दो से तीन रुपये प्रति लीटर तक बढ़ा दी है।
वहीं रसोई गैस के लिए भी लोगों को प्रति सिलिंडर डेढ़ से दो सौ रुपये ज्यादा चुकाना पड़ेगा। पहले जहां उपभोक्ताओं को सब्सिडी के बाद गैस सिलेंडर के लिए 580 रुपये तक देने पड़ते थे वहीं अब 740 रुपये देने पड़ रहे हैं। नन सब्सिडी वाले सिलेंडर के लिए अब उपभोक्ताओं को 780 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं।
खाद्य सामग्री में हुई बढ़ोतरी का सीधा असर लोगों के जेब पर पड़ रहा है।