झारखंड के धनबाद जिले में पैदा हुए महाराष्ट्र कैडर के साल 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी सुबोध जायसवाल को सीबीआई का नया डायरेक्टर बनाया गया है। उन्हें दो साल के लिए यह जिम्मेदारी दी गयी है। केंद्र सरकार ने लंबी चर्चा, बैठक के बाद यह फैसला लिया है। इस फैसले के पीछे सुबोध जायसवाल का लंबा अनुभव, उनकी छवि और ईमानदारी भी एक बड़ी वजह बनी है। सुबोध कुमार जायसवाल पूर्व में महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पद पर रहे हैं। वो महाराष्ट्र एटीएस के भी चीफ रह चुके हैं। तेलगी स्कैम केस से जुड़ी जांच में भी शामिल थे। जायसवाल ने 2006 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट की जांच भी की थी। अभी तक वो केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के चीफ थे। सुबोध कुमार जायसवाल को साल 2019 में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से भी नवाजा गया।
झारखंड से है खास रिश्ता..
सीबीआई के मुखिया बने सुबोध कुमार जायसवाल का जन्म 22 सितंबर 1962 को धनबाद जिले में हुआ। महज 23 साल की उम्र में ही वह आईपीएस अधिकारी बन गए। उनकी प्रारंभिक शिक्षा धनबाद में ही हुई। साल 1978 में उन्होंने डिनोबली डिगवाडीह से 10 वीं की परीक्षा पास की। उन्होंने 12वीं के बाद तीन बार नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) की भी परीक्षा दी, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। कला संकाय से ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने एमबीए किया। इसके बाद पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा क्रैक कर ली और अबतक चार प्रधानमंत्रियों के साथ काम कर चुके हैं। पुलिस महकमे का शायद ही ऐसा कोई महत्वपूर्ण विभाग होगा जिसमें सुबोध कुमार ने अहम जिम्मेदारी ना निभायी होगी। वह कैबिनेट सचिवालय में अतिरिक्त सचिव भी रह चुके हैं।
सिन्दरी के कांडरा डीवीसी मोड़ स्थित चासनाला माता कल्याणेश्वरी पुल समीप झरिया सिंदरी मुख्य मार्ग किनारे पले-बढ़े सुबोध कुमार जायसवाल के सीबीआई प्रमुख बनने से धनबाद ही नहीं पूरा झारखंड गौरवांवित हुआ है। सुबोध के दादा स्व. हरि नारायण चौधरी एक्साइज विभाग में इंस्पेक्टर रहें। वहीं पिता स्व. शिव शंकर जायसवाल एक सफल बिजनेसमैन के साथ समाजसेवी भी रहें। सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना उनके दिनचर्या में शामिल था। शिवशंकर जायसवाल ने समाज सेवा के लिए वर्ष 92 में सिंदरी में रोटरी क्लब की स्थापना की। अपने जीवनकाल तक वो इसके अध्यक्ष भी रहे।
नए सीबीआई डायरेक्टर के चयन के लिए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समिति की बैठक हुई थी। प्रधानमंत्री के अलावा समिति के दो अन्य सदस्य लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और भारत के प्रधान न्यायाधीश एन वी रमन्ना भी बैठक में उपस्थित थे। बैठक में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महानिदेशक सुबोध कुमार जायसवाल, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिदेशक कुमार राजेश चंद्रा और केंद्रीय गृह मंत्रालय में विशेष सचिव वी. एस. के. कौमुदी के नाम पर चर्चा की गई थी।