Jharkhand:आज मलमास की तीसरी और श्रावणी मेला की पांचवी सोमवारी है आज सुबह 3: बजे देवघर मंदिर का पट खोला गया। सरदारी पूजा के बाद आम भक्तों के लिए अरघा सिस्टम से जल अर्पण शुरू कराया गया । अहले सुबह 03 बजकर 48 मिनट से बाबा बैद्यनाथ का जलार्पण शुरू हो गया।
सीसीटीवी के माध्यम से रखी जा रही निगरानी….
सम्पूर्ण रूट लाइन के साथ-साथ सभी होल्डिंग पॉइंट व महत्वपूर्ण स्थलों पर सुरक्षा बल एवं दंडाधिकारी हैं। बाबा बैद्यनाथ का सुलभ व सुरक्षित जलार्पण कर रहे है सीसीटीवी के माध्यम से पूरे मेला क्षेत्र पर रखी जा रही है नजर | सोमवारी को जलार्पण को लेकर रात्रि पहर में ही श्रद्धालुओं की कतार पहुँची बीएड कॉलेज से लगभग 4 किलोमीटर तक लगी लंबी कतार लगी थी। शाम होते-होते कतार छोटी होती गयी।
देर रात से कतार में खड़े हैं श्रद्धालु….
पांचवी सोमवारी को श्रद्धालुओं को बाबा के दर्शन और जल अर्पण कराया जा रहा है। देर रात से ही श्रद्धालु कतार में खड़े थे और आज भक्तों की कतार B.Ed कॉलेज तक पहुंची हालांकि बेहतर व्यवस्था की वजह से कतार लगातार छोटी होती गई। देवघर एसडीओ और मंदिर प्रभारी दीपांकर चौधरी ने कहा कि सभी व्यवस्थाएं श्रावणी मेला की तर्ज पर दुरुस्त की गई है 3:00 बजे मंदिर का पट खोला गया और सरकारी पूजा के बाद आम भक्तों को दर्शन कराया जा रहा है।
शीघ्र दर्शन की भी व्यवस्था….
कम समय में जल अर्पण के लिए शीघ्र दर्शन की भी व्यवस्था दी गई है। सरदार पंडा ने बताया कि पुरुषोत्तम मास में दर्शन और जल अर्पण का विशेष लाभ मिलता है, उनके द्वारा आज सरदारी पूजा की गई और सभी भक्तों के लिए बाबा भोलेनाथ से प्रार्थना भी की गई। सरदार पंडा ने कहा कि पुरुषोत्तम मास और सावन दोनों ही महीनों में शिव के दर्शन और जल अर्पण का विशेष महत्व है आज भक्तों ने आंतरिक अर्घा और वाह्य अर्घा से जल अर्पण किया और बेहतर सुविधाओं के लिए जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया।