देवघर, झारखंड के प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ मंदिर में दीपावली से पहले विशेष पूजा और दीप प्रज्वलन का आयोजन किया जाएगा. हर वर्ष की तरह इस साल भी बाबा नगरी में यमदीप जलाने की परंपरा निभाई जाएगी.
यमदीप का आयोजन
इस वर्ष 30 अक्टूबर को त्रयोदशी तिथि के अवसर पर यमदीप जलाया जाएगा. यमदीप जलाने की परंपरा बाबा बैद्यनाथ मंदिर की पुरानी और धार्मिक मान्यता से जुड़ी हुई है. मंदिर स्टेट की ओर से सरदार पंडा श्री श्री गुलाब नंद ओझा बाबा मंदिर में विशेष रूप से यमदीप जलाएंगे. इस दिन, श्रद्धालु अपने पितरों की शांति और सद्गति के लिए यमराज को दीप जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
धनतेरस और दीपावली की तैयारियां
इससे पहले, 29 अक्टूबर को कार्तिक मास की द्वादशी तिथि पर धनतेरस मनाया जाएगा. धनतेरस पर भक्तजन बाबा बैद्यनाथ मंदिर में पहुंचकर विशेष पूजा-अर्चना करेंगे. मंदिर परिसर में उत्सव का माहौल बनेगा, जहां श्रद्धालु समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना करेंगे. इसके बाद, 31 अक्टूबर को बाबा बैद्यनाथ मंदिर में बड़ी धूमधाम से दीपावली का त्योहार मनाया जाएगा. इस शुभ अवसर पर, हज़ारों श्रद्धालु मंदिर परिसर में दीप जलाकर बाबा के आशीर्वाद की प्राप्ति करेंगे. यह दृश्य अत्यंत मनोरम होगा, जब मंदिर की प्राचीरें दीयों की रोशनी से जगमगाएंगी. मंदिर प्रशासनिक भवन में स्थित दुर्गा मंडप में मां काली की विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी. इस पूजा में तांत्रिक विधियों का पालन किया जाएगा और भक्त मां काली से सुख-समृद्धि की कामना करेंगे.
भविष्य के आयोजन
दीपावली के बाद, 3 नवंबर को भाई दूज का त्योहार मनाया जाएगा, जो भाई-बहन के अटूट रिश्ते को सम्मान देने का विशेष पर्व है. इस दिन कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि रहेगी और भाई-बहन एक-दूसरे के लिए मंगलकामना करेंगे. इसके अलावा, 7 नवंबर को छठ पर्व का प्रमुख आयोजन होगा. इस दिन, षष्ठी तिथि के अवसर पर अस्ताचलगामी सूर्य को संध्या अर्घ्य दिया जाएगा. छठ पर्व देवघर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, जहां भक्त गंगा और अन्य जलाशयों पर जाकर सूर्य भगवान को अर्घ्य देते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करते हैं. 9 नवंबर को गोपाष्टमी के अवसर पर विशेष गोपाष्टमी पूजा का आयोजन किया जाएगा. इस दिन, गोमाता की पूजा का महत्व होता है और श्रद्धालु गो-सेवा का व्रत रखते हैं.
देवघर की धार्मिक मान्यता
देवघर का बाबा बैद्यनाथ मंदिर हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है. यहाँ वर्षभर भक्तों का तांता लगा रहता है. विशेषकर दीपावली के दौरान यहां का माहौल भक्तिमय और उत्सवपूर्ण हो जाता है. हर साल लाखों श्रद्धालु यहां बाबा बैद्यनाथ का आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं और पूरे परिसर को दीयों से सजाते हैं. धार्मिक मान्यता के अनुसार, यमदीप जलाने से पितरों को मोक्ष प्राप्त होता है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. वहीं, दीपावली के दिन बाबा बैद्यनाथ मंदिर की प्राचीन परंपराओं का पालन करते हुए हज़ारों दीप जलाए जाते हैं, जिससे पूरा मंदिर परिसर रोशनी से जगमगाता है. देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर में इस साल भी दीपावली के उत्सव में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, और मंदिर प्रशासन ने सभी तैयारियों को पूरा कर लिया है.