देवघर मंदिर में प्रतिदिन के भक्तों कि संख्या बढ़ाई गई, जानें क्या है नए नियम..

बाबा बैद्यनाथ के भक्तों के लिए खुशखबरी है। देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर में अब 1500 श्रद्धालु दर्शन व जलार्पण कर सकते हैं। देवघर के उपायुक्त कमलेश्वर प्रसाद सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 26 अक्टूबर से 1500 श्रद्धालुओं को बाबा वैद्यनाथ मंदिर में जलार्पण-दर्शन की अनुमति दी जाएगी। इसके तहत झारखंड एवं दूसरे राज्य के श्रद्धालु ई-पास के माध्यम से बाबा वैद्यनाथ के दर्शन कर सकते हैं। ज्ञात हो कि इस से पहले बाबा मंदिर में प्रतिदिन 1000 भक्तों के प्रवेश करने की सीमा निर्धारित की गई थी।

इसके अलावा सामाजिक दूरी का अनुपालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रति घंटे अधिकतम 125 श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए अनुमति दी जा रही है। इसी बीच अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के पदाधिकारियों की ओर से सीएम, कृषि मंत्री सहित डीसी व एसपी से की गयी मांग के बाद आम श्रद्धालुओं के लिए शनिवार से बाबा वैद्यनाथ मंदिर का सिंह द्वार भी खोल दिया गया है। इससे पूर्व बाबा मंदिर का सिर्फ वीआईपी द्वार ही खुला था। हालांकि बाबा मंदिर में प्रवेश के लिए पूर्वी व पश्चिमी द्वार अभी भी बंद ही रखा गया है।

दूसरी तरफ, श्रद्धालुओं के लिए भी महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। बच्चे, स्वास्थ्य लाभ ले रही महिलाओं के अलावा 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को घर पर रहने की सलाह दी गई है तथा उन्हें कहा गया है कि धार्मिक स्थलों पर जाने से बचें। साथ में हैंड सैनिटाइजर रखना जरूरी है, इसके अलावा गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य है। खांसी, बुखार, जुकाम जैसे लक्षणों वाले लोगों को मंदिर परिसर में जाने की अनुमति नहीं होगी। मंदिर में सिर्फ वाई लोग जा सकेंगे जिन्होंने फेस सील्ड या मास्क पहना हो।

मंदिर में भीड़ इकट्ठा न हो इसके लिए भक्तों को एक-एक कर अंदर घुसने की अनुमति दी जाएगी। मंदिर परिसर में प्रवेश करने से पहले साबुन और पानी से हाथ और पैर धोने के लिए कतार में लगते समय कम से कम 6 फीट की दूरी बनाएं रखें। मंदिर परिसर व आसपास के क्षेत्रों में थूकना सख्त वर्जित है। इसके साथ ही, बाबा मंदिर आने वाले सभी भक्तों को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना जरूरी किया गया है।

मंदिर प्रबंधन को जारी निर्देश में आसपास और मंदिर प्रांगण के फर्श और अन्य सतहों की लगातार साफ-सफाई करने को कहा गया है। आदेश के उल्लंघन को लेकर दूसरे राज्यों से बाबा मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को क्वारंटाइन किया जाएगा।