देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर में सोमवार को दर्शन और जलार्पण करने वाले भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। इनमें स्थानीय लोगों के अलावा झारखंड के अन्य जिलों और बिहार से लोग शामिल थे जो यहां जलार्पण के लिए पहुंचे थे। जिला प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन कराया जा रहा है। इसके साथ ही अरघा से ही जलार्पण की अनुमति दी गई है।
ज्ञात हो कि इससे पहले पांच महीने के बाद सितंबर में सिर्फ झारखंड के लोगों के लिए मंदिर खोला गया था। नियमानुसार, एक दिन में सिर्फ झारखंड के ही 200 लोग दर्शन कर रहे थे। लेकिन अब,11 अक्टूबर से मंदिर पूरे देश के लोगों के लिए खोल दिया गया है।
सोमवार को जलार्पण और दर्शन के लिए बाबा भोलनाथ के मंदिर पहुंचे श्रद्धालुओं को सुबह 6 बजे से लाइन में लगाया गया। फिलहाल दर्शन के लिए दोपहर दो बजे तक की अनुमति दी गई है। दर्शन के लिए ई-पास बनवाना अनिवार्य है। इसके अलावा मंदिर और जिला प्रशासन की तरफ से हर घंटे 125 श्रद्धालुओं हेतु दर्शन की व्यवस्था की है।
उधर, मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस एवं दंडाधिकारियों की भी संख्या बढ़ाई गई है। सभी श्रद्धालुओं को कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने को निर्देश दिया गया है। साथ ही उनकी थर्मल स्क्रिनिंग भी की जा रही है।
दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं को थर्मल स्क्रिनिंग के बाद मानसरोवर फुटओवर ब्रिज से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए संस्कार मंडप होते हुए गर्भ गृह में अरघा द्वारा जलार्पण कराया जा रहा है। दर्शन के बाद उन्हें वीआईपी गेट से निकालने का रास्ता दिया जा रहा है।
वहीं, मंदिर में अभी स्पर्श पूजा की अनुमति नहीं दी गई है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए डीसी के निर्देश के बाद बाबा मंदिर, मानसिंघी और शिवगंगा के आसपास मजिस्ट्रेट और पुलिस की तैनाती की गई है।