देवघर के प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ मंदिर व दुमका के प्रसिद्ध बाबा बासुकीनाथ मंदिर में भोले बाबा के श्रद्धालु अब उनके दर्शन कर सकते हैं| गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने दोनों ही मंदिर खोलने के आदेश जारी कर दिये हैं। देवघर व दुमका के उपायुक्त को जारी आदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए जरूरी दिशा-निर्देश दिया गया है। इसके तहत देवघर में हर घंटे सिर्फ 50 श्रद्धालु और बासुकीनाथ में 40 श्रद्धालु ही मंदिर में प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही दोनों मंदिरों में रोजाना सिर्फ चार घंटे ही दर्शन की सुविधा उपलब्ध होगी। इस संदर्भ में विभाग ने आदेश दे दिया है तथा अब संबंधित जिले के उपायुक्त अपनी सुविधा अनुसार कभी भी मंदिर खोलने का निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी आदेश में साफ कहा गया है कि केवल झारखंड के निवासी ही इन दोनों प्रमुख मंदिरों में प्रवेश पा सकेंगे। इसके अलावा मंदिर में प्रवेश हेतु ऑनलाइन एंट्री पास लेना होगा जिसके आधार पर मंदिर में प्रवेश मिलेगा। कोरोना वायरस के दौरान बरती जाने वाली सावधानी अनिवार्य होगी। मंदिर में प्रवेश के पूर्व मास्क लगाना, शारीरिक दूरी का पालन करना, सैनिटाइजेशन आवश्यक होगा। वहीं सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से दर्शन संबंधित गतिविधियों की मॉनीटरिंग होगी।
गौरतलब है कि गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दर्शनहेतु देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर व दुमका के बासुकीनाथ मंदिर खोलने की मांग की थी। इसी याचिका पर सुनवाई के दौरान 31 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश जारी करराज्य सरकार को इसपर विचार करने को कहा था। न्यायालय ने टिप्पणी दी थी कि ऑनलाइन दर्शन अपनी जगह पर है, नियम व शर्तों के साथ मंदिर में प्रवेश के मसले पर भी सरकार को विचार करना चाहिए। इसके बाद राज्य सरकार ने विकास आयुक्त केके खंडेलवाल की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय समिति गठित कर सुझाव मांगा था, जिसमें मंदिर खोलने का निर्णय लिया गया है।