रांची के नामकुम स्थित झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) मुख्यालय के बाहर सोमवार को दिनभर आक्रोशित अभ्यर्थियों का हंगामा चलता रहा. हजारों की संख्या में अभ्यर्थी सुबह से लेकर देर रात तक विरोध प्रदर्शन करते रहे. यह अभ्यर्थी संयुक्त स्नातक योग्यताधारी प्रतियोगिता परीक्षा (सीजीएल) में कथित गड़बड़ियों का विरोध कर रहे थे और परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सीजीएल परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है, जिसके कारण वे परीक्षा रद्द कराने और इस मामले की सीबीआई से जांच की मांग कर रहे थे. सुबह नौ बजे से अभ्यर्थी बड़ी संख्या में जेएसएससी कार्यालय के बाहर इकट्ठा होने लगे थे. राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे इन अभ्यर्थियों में आक्रोश था और उन्होंने जमकर नारेबाजी की.
वार्ता विफल, सीजीएल परीक्षा का रिजल्ट फिलहाल स्थगित
शाम पांच बजे के करीब प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों का प्रतिनिधिमंडल जेएसएससी के अधिकारियों से वार्ता के लिए बुलाया गया, लेकिन यह वार्ता विफल रही. आयोग के सचिव सुधीर कुमार गुप्ता ने बताया कि जब तक मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक सीजीएल परीक्षा का परिणाम घोषित नहीं किया जाएगा. सचिव ने यह भी कहा कि अभ्यर्थियों ने पेन ड्राइव और सीडी में कुछ सबूत प्रस्तुत किए हैं, लेकिन उनका मूल स्रोत नहीं बताया. इसके अलावा, अभ्यर्थियों की ओर से प्रस्तुत की गई सीडी भी खाली निकली, जिससे जांच में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल सकी. इसलिए, अभ्यर्थियों को पेन ड्राइव और सीडी के स्रोत की जानकारी देने के लिए फिर से बुलाया गया, लेकिन अभी तक कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई है.
दिनभर मचा रहा हंगामा, देर शाम पत्थरबाजी और बैरिकेडिंग तोड़ी
अभ्यर्थियों का विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण शुरू हुआ था, लेकिन दिनभर की गर्मागर्म स्थिति के बाद देर शाम स्थिति तनावपूर्ण हो गई. शाम सात बजे के करीब कुछ आक्रोशित अभ्यर्थियों ने हल्की पत्थरबाजी की और पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ दिया. इस दौरान जेएसएससी कार्यालय के अंदर मौजूद अधिकारी और कर्मचारी लगभग दिनभर बंधक बने रहे, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने उन्हें बाहर निकलने नहीं दिया. नामकुम सीओ जब दोपहर 2:30 बजे कार्यालय से बाहर निकलने का प्रयास कर रहे थे, तब अभ्यर्थियों ने उन्हें भी रोके रखा. इसके बाद, पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए प्रदर्शनकारियों को समझाया और उन्हें शांत किया.
अभ्यर्थियों का पैदल मार्च, हजारीबाग से पहुंचे प्रदर्शनकारी
इस विरोध प्रदर्शन में शामिल सैकड़ों अभ्यर्थियों ने हाथों में बैनर और तख्तियां लेकर हजारीबाग से पैदल मार्च शुरू किया था. यह अभ्यर्थी पैदल मार्च करते हुए सुबह नौ बजे जेएसएससी मुख्यालय के मैदान में पहुंचे और वहां प्रदर्शन करना शुरू किया. डीएसपी मुख्यालय प्रथम अमर कुमार पांडेय और अन्य पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों से बात की और उन्हें शांति बनाए रखने की अपील की. एसडीओ ने भी प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन इसका कोई खास असर नहीं हुआ. शाम में जब अभ्यर्थियों का प्रतिनिधिमंडल आयोग के सचिव से मिलने गया, तो भी बातचीत विफल रही.
आगे की स्थिति
जेएसएससी द्वारा यह स्पष्ट कर दिया गया है कि जांच पूरी होने तक सीजीएल परीक्षा का परिणाम घोषित नहीं किया जाएगा. इसके बावजूद, अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक परीक्षा रद्द नहीं की जाती और सीबीआई जांच की मांग पूरी नहीं होती, उनका प्रदर्शन जारी रहेगा. इस घटना के बाद प्रशासन और पुलिस बलों को चौकस कर दिया गया है, ताकि आगे की स्थिति नियंत्रण में रहे. वहीं, प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों का कहना है कि वे अपनी मांगों के समर्थन में और भी बड़े प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं, और इस बार उनकी आवाज को दबाया नहीं जा सकता.