आने वाले दिनों में झारखंड के देवघर एयरपोर्ट से देश के विभिन्न हिस्सों के लिए और भी कई हवाई विमान सेवा शुरू की जाएगी. अभी वहां से बस दिल्ली और बेंगलुरु की कामर्शियल सेवाएं हैं. जबकि, उड़ान के तहत कोलकाता, पटना और रांची के लिए एटीआर चल रही है. वहीं एक जून से देवघर-बेंगलरु के बीच सीधी उड़ान सेवा शुरू की गई है. सप्ताह में तीन दिन चलनेवाली देवघर- बेंगलुरु उड़ान सेवा में यात्रियों की भीड़ उमड़ रही है, आसानी से सीट मिलना भी मुश्किल हो रहा है. एक जून को जब यह सेवा शुरू हुई थी तो किराया छह हजार से कम था, जबकि अभी किराया बढ़ाकर छह हजार से ज्यादा कर दिया गया है. इंडिगो की माने तो, बेंगलुरु की सीधी विमान सेवा शुरू होने के बाद दिल्ली से देवघर आने वाली विमान में पैसेंजर की संख्या कम हो गयी है. पहले दिल्ली से फ्लाइट लेकर देवघर आने वाले यात्री अब बेंगलुरू की फ्लाइट से सीधा देवघर आ रहे हैं. बेंगलुरु-देवघर के बीच चलनेवाली इंडिगो की फ्लाइट मुश्किल से 178 से अधिक यात्रियों को लेकर उड़ान भर रही है. महज ढ़ाई घंटे में दोनों शहरों की यात्रा पूरी हो रही है. इंडिगो की यह फ्लाइट मंगलवार, गुरुवार और शनिवार सेवा में रहती है.
बिहार के लोगों को भी हो रही है सुविधा
संताल परगना के छह जिला के अलावा धनबाद, गिरिडीह, बिहार का भागलपुर, पूर्णिया, बांका, जमुई के लोग भी देवघर एयरपोर्ट से अपनी यात्रा कर रहे हैं. युवाओं को और उनके स्वजन को बहुत राहत मिल रही है.
अब सफर हो गया आसान
गोड्डा के रहने वाले सुभाष कुमार ने कहा कि पहले बहुत समस्या होती थी. फ्लाइट से आवागमन के लिए पहले ट्रेन से कोलकाता जाना होता था.उसके बाद वहां पर फ्लाइट पकड़ने के लिए दमदम एयरपोर्ट जाते थे. पर अब देवघर से फ्लाइट शुरू हो जाने के बाद काफी राहत मिल रही है. क्योंकि हम लोग गोड्डा से देवघर डेढ़ घंटा में पहुंच जाते हैं, जिससे काफी राहत मिल रही है.
बेंगलुरु में पढ़ रही पारिजात कुमारी कहती हैं, कि मैं बेंगलुरु में रहकर पढ रही हूं अक्सर मेरे पेरेंट्स को और मुझे आना-जाना करना पड़ता है, पहले बड़ी मुश्किल होती थी, एक तो इतनी दूर उस पर लड़की. मम्मी-पापा भी काफी परेशान रहते थे. पर, अब बेंगलुरु से सेवा शुरू होने के बाद यहां से जाने में कोई परेशानी नहीं है.