महीने भर से धरने पर बैठे 14वें वित्त आयोग के संविदाकर्मियों से भेंट करने शनिवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश पहुंचे| इस दौरान उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को आंदोलन कर रहे संविदाकर्मियों को पुलिस ने जिस बर्बरता से लाठी, डंडे से पीटा, ये बेहद शर्मनाक है| इससे लोकतंत्र कलंकित हुआ है| दीपक प्रकाश ने कहा कि इस घटना ने कांग्रेस के 1975 की आपातकाल की याद दिला दी है|
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जब कांग्रेस, झामुमो के लोग राजभवन का घेराव करते हैं, उस वक्त कानून व्यवस्था नहीं बिगड़ती और यहां युवाओं को लाठी से मारा जाता है| सरकार की ये दोहरी नीति है| हेमंत सरकार ने एक भी युवक को रोजगार नहीं दिया है और उल्टा पिछली सरकार में दी गयी नौकरियों को छीना जा रहा है, संविदाकर्मियों के साथ ठगी की जा रही है|
मुंगेरीलाल का हसीन सपना..
दीपक प्रकाश ने हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये सरकार मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखाकर सत्ता पर काबिज हुई है| लेकिन अब इस सरकार का असली चेहरा सामने आ रहा है| केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र तोमर के पत्र को लेकर राज्य सरकार संविदा कर्मियों को भ्रमित करने का काम कर रही है| राज्य सरकार चाहे तो बेशक इस पत्र को आधार बनाकर संविदाकर्मियों को बहाल कर सकती है| लेकिन दूसरी तरफ सरकार साजिश के तहत युवाओं को गोल-गोल घुमा रही है| वास्तव में ये सरकार संविदाकर्मियों के मुद्दों पर स्थायी समाधान नहीं चाहती है|
भाजपा, संविदाकर्मियों के साथ..
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा संविदा कर्मियों के साथ है|इसे लेकर भाजपा, राज्य सरकार पर लगातार दबाव बनायेगी ताकि वो इनके मसले पर जल्द से जल्द जरूरी फैसला ले|