कोडरमा पुलिस ने तिलैया थाना क्षेत्र के गंगोत्री अपार्टमेंट में छापेमारी कर पांच साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. ये अपराधी ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से लोगों को पैसे जीतने का लालच देकर ठगी करते थे.
ऑनलाइन गेमिंग में पैसे जीतने का झांसा
इन साइबर अपराधियों का तरीका बहुत ही शातिराना था. वे लोगों को ऑनलाइन गेमिंग के जरिए पैसे जीतने का लालच देते थे. शुरुआत में, लोग छोटे-मोटे रकम जीतते भी थे, जिससे वे गेमिंग के आदि हो जाते थे. लेकिन जब वे मोटी रकम लगाने लगते थे, तब ये अपराधी वेबसाइट का उपयोग करके धोखाधड़ी कर उनका सारा पैसा लूट लेते थे.
पुलिस को मिली थी जानकारी
कोडरमा पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि तिलैया थाना क्षेत्र में कुछ साइबर अपराधी छुपे हुए हैं जो ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से ठगी कर रहे हैं. इस सूचना के आधार पर, तिलैया थाना प्रभारी विनय कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया.
छापेमारी की कार्रवाई
विशेष टीम ने विशुनपुर रोड स्थित गंगोत्री अपार्टमेंट में छापेमारी की और पांच साइबर ठगों को गिरफ्तार कर लिया. कोडरमा एसपी अनुदीप सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस कार्रवाई की जानकारी दी.
गिरफ्तार किए गए साइबर अपराधियों में शामिल हैं:
- सुनील कुमार, 28 वर्ष, पिता सुरेन्द्र प्रसाद, निवासी देवघरपुर वार्ड संख्या-13, बिहार
- इन्द्रजीत कुमार, 21 वर्ष, पिता मनोज साव, निवासी शेरापुरा, गया जिला, बिहार
- ललन कुमार, 20 वर्ष, पिता प्रकाश यादव, निवासी दुसादी, बांका जिला, बिहार
- धनंजय कुमार, 19 वर्ष, पिता घनश्याम यादव, निवासी दुसादी, बांका जिला, बिहार
- राजेश कुमार दास, 28 वर्ष, पिता प्रकाश दास, निवासी रंगामाटी, बलियापुर थाना, धनबाद
पूछताछ में अहम खुलासे
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे ऑनलाइन गेम के माध्यम से साधारण लोगों को पैसा जीतने का लालच देकर उन्हें गेम का आदि बना देते थे. शुरू में, वे लोगों को थोड़ा-बहुत पैसा जीतने देते थे, लेकिन जब वे बड़ी रकम लगाने लगते थे, तो ये अपराधी वेबसाइट का उपयोग कर धोखाधड़ी करके ठगी करते थे.
बरामद सामान
पुलिस ने इन अपराधियों के पास से एक लैपटॉप, 11 मोबाइल फोन, 2 सिम कार्ड, 9 एटीएम कार्ड, 2 चेकबुक, 2 वाई-फाई और 34 पेज का व्हाट्सअप चैट का प्रिंटआउट बरामद किया है.
साइबर ठगी की बढ़ती घटनाएं
कोडरमा पुलिस की यह कार्रवाई साइबर ठगी की बढ़ती घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है. ऑनलाइन गेमिंग के जरिए ठगी का यह मामला बताता है कि किस तरह साइबर अपराधी नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल करके लोगों को ठग रहे हैं. पुलिस की यह सफलता साइबर अपराधियों के खिलाफ एक बड़ा संदेश है कि वे कितने भी शातिर क्यों न हों, कानून के हाथ से बच नहीं सकते.
जनता को सतर्क रहने की जरूरत
इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि लोगों को ऑनलाइन गेमिंग और अन्य ऑनलाइन गतिविधियों में सतर्क रहना चाहिए. यदि कोई वेबसाइट या ऐप पैसे जीतने का झांसा दे रही है, तो पहले उसकी सत्यता की जांच कर लें. किसी भी तरह के ऑनलाइन फरेब से बचने के लिए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है.
कोडरमा पुलिस की प्रशंसा
कोडरमा पुलिस की इस सफल कार्रवाई के लिए उनकी प्रशंसा की जानी चाहिए. पुलिस की सतर्कता और तेज कार्रवाई ने साइबर अपराधियों को पकड़ने में मदद की. यह घटना दिखाती है कि पुलिस ने किस तरह से सूचनाओं का सही तरीके से उपयोग किया और त्वरित कार्रवाई करते हुए अपराधियों को गिरफ्तार किया.