देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर में हर साल की तरह इस बार भी साल के अंतिम दिन और नए साल के पहले दिन भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचने की उम्मीद है. द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक इस मंदिर में भक्त बाबा पर जल अर्पण कर नए साल की शुरुआत महादेव की पूजा से करते हैं. मान्यता है कि साल का अंत और नई शुरुआत भगवान शिव की आराधना के साथ करने से पूरा वर्ष शुभ और मंगलमय होता है.
विशेष तैयारियां और शीघ्र दर्शनम कूपन
मंदिर प्रशासन ने इस अवसर पर उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. बाबा बैद्यनाथ मंदिर के मुख्य प्रबंधक रमेश परिहस्त ने जानकारी दी कि 31 दिसंबर और 1 जनवरी को श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं. शीघ्र दर्शनम कूपन की बिक्री 1 जनवरी को सुबह 6 बजे से शुरू होगी, जिससे भक्त बिना किसी परेशानी के बाबा का दर्शन और जलाभिषेक कर सकें.
प्रशासन की विशेष तैयारियां
मंदिर में उमड़ने वाली भारी भीड़ को संभालने के लिए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. मंदिर प्रांगण में भीड़ नियंत्रण और सुलभ जल अर्पण के लिए विशेष मार्ग बनाए गए हैं. हर साल की तरह इस बार भी प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना में किसी तरह की परेशानी न हो.
श्रद्धालुओं की मान्यता और परंपरा
देवघर के मंदिर पुरोहितों के अनुसार, बाबा बैद्यनाथ मंदिर में साल के अंतिम दिन और नए साल के पहले दिन जलाभिषेक करने की परंपरा वर्षों पुरानी है. भक्त मानते हैं कि भगवान शिव का आशीर्वाद पाने से उनका पूरा वर्ष सुखमय और समृद्धि से भरा रहता है. यही कारण है कि बड़ी संख्या में लोग यहां आते हैं.
पिछले वर्षों का अनुभव
हर साल 31 दिसंबर और 1 जनवरी को बाबा धाम में देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचते हैं. इनमें से कई लोग विशेष पूजा और रुद्राभिषेक करवाने के लिए आते हैं. प्रशासन ने पिछले अनुभवों को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया है.
भक्तों के लिए सुविधाएं
श्रद्धालुओं को जल चढ़ाने के लिए अलग-अलग लाइनें बनाई गई हैं, ताकि सभी लोग आसानी से बाबा बैद्यनाथ के दर्शन कर सकें. साथ ही, मंदिर परिसर में स्वच्छता बनाए रखने और सुरक्षा के लिए भी विशेष ध्यान दिया गया है. पुलिस और प्रशासन की टीमें मंदिर और इसके आसपास तैनात रहेंगी, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके.
देवघर का महत्व
देवघर का बाबा बैद्यनाथ मंदिर भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है. इसे द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक विशेष स्थान प्राप्त है. हर साल लाखों श्रद्धालु यहां भगवान शिव का आशीर्वाद लेने आते हैं. खासकर सावन मास और साल के अंतिम दिन, मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है.
नए साल की शुरुआत महादेव के आशीर्वाद से
साल की शुरुआत महादेव की पूजा और आशीर्वाद से करने की यह परंपरा श्रद्धालुओं के दिलों में एक विशेष स्थान रखती है. भक्तों का मानना है कि बाबा बैद्यनाथ का दर्शन और जलाभिषेक उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करता है.