रांची: झारखंड विधानसभा परिसर में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर और जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा स्थापना सहित अन्य मांगों को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) आगामी 24 मार्च को विधानसभा का घेराव करेगी। इस प्रदर्शन में पार्टी महासचिव डी राजा भी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
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सीपीआई की प्रमुख मांगें
सीपीआई प्रदेश सचिव महेंद्र पाठक ने बताया कि झारखंड की पूर्ववर्ती रघुवर सरकार ने एक साजिश के तहत झारखंड विधानसभा में अंबेडकर और जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा स्थापित नहीं की। लेकिन वर्तमान इंडिया ब्लॉक सरकार भी इस दिशा में कोई पहल नहीं कर रही है।
सीपीआई ने अपनी मांगों को दोहराते हुए कहा कि सरकार को अपने चुनावी वादे पूरे करने चाहिए। प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
- भूमि बैंक को रद्द किया जाए।
- बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया जाए।
- राज्य में विस्थापन आयोग का गठन किया जाए।
- आदिवासियों और मूलवासियों के लिए स्थानीय और नियोजन नीति बनाई जाए।
- सरकारी खाली पदों को भरा जाए और ठेका/थर्ड पार्टी भर्ती प्रक्रिया समाप्त कर पक्की नौकरियां दी जाएं।
- झारखंड आंदोलनकारियों को सम्मान राशि दी जाए।
- 60 वर्ष से अधिक उम्र के किसानों को 10,000 रुपये मासिक पेंशन दी जाए।
- असंगठित मजदूरों के लिए न्यूनतम मजदूरी 26,000 रुपये निर्धारित की जाए।
शहीद मैदान से होगा मार्च
सीपीआई नेता अजय सिंह ने बताया कि इस विरोध प्रदर्शन के तहत शहीद मैदान से दोपहर 12 बजे हजारों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ता विधानसभा की ओर कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि सीपीआई जनता की आवाज बनकर सरकार से उसके वादे पूरे कराने के लिए यह घेराव कर रही है।
जनता के हितों की अनदेखी का आरोप
सीपीआई नेताओं का कहना है कि हेमंत सोरेन सरकार ने 2019 के विधानसभा चुनाव में जनता से जो वादे किए थे, उनमें से अधिकतर अब तक अधूरे हैं। सरकार को इन वादों को पूरा करने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाने चाहिए। सीपीआई का यह विधानसभा घेराव झारखंड की राजनीतिक हलचल को तेज कर सकता है। अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है।