भाकपा-माले ने शुक्रवार को धनबाद में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपना संकल्प पत्र जारी किया. इसमें पार्टी ने स्थानीयता, रोजगार, विकास, झारखंडियों के मूल और जन अधिकारों को प्रमुखता से शामिल किया है. पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य और पूर्व विधायक आनंद महतो ने बताया कि माले ने हमेशा झारखंडियों के हितों के लिए संघर्ष किया है और इस बार भी जनता के हितों को सर्वोपरि रखते हुए घोषणा पत्र तैयार किया गया है. आनंद महतो का कहना था कि पार्टी ने जनहित में हमेशा संघर्ष का रास्ता अपनाया है. उन्होंने दावा किया कि इस चुनाव में भाजपा की हार निश्चित है और वे झारखंड पर कॉरपोरेट का कब्जा नहीं होने देंगे. उनका मानना है कि बीजेपी झारखंड को अडानी और अन्य कॉरपोरेट के हाथों सौंपने की कोशिश कर रही है, जिसमें पहले गोड्डा और अब हजारीबाग का बड़कागांव शामिल है. पार्टी का कहना है कि वे झारखंड के जंगल, जल, जमीन की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. भाकपा-माले ने आरोप लगाया कि भाजपा ने झारखंड को ईडी, सीबीआई जैसी संस्थाओं के जाल में उलझाकर बंधक बना दिया है और इसे पूरी तरह कॉरपोरेट की मदद से कब्जे में लेने का प्रयास कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के विधायक, सांसद और कार्यकर्ता हमेशा से जनता के हित में संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर चलते आए हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में पोलित ब्यूरो के सदस्य हलदर महतो, राज्य सचिव मनोज भक्त, जिला सचिव बिंदा पासवान, जिला सह सचिव कार्तिक प्रसाद और राज्य सदस्य सम्राट चौधरी सहित अन्य नेता मौजूद थे.