झारखंड में बढ़े एक्टिव केस, एक हफ्ते में दोगुनी हुई संक्रमण दर; बढ़ने की बजाय घट रही जांच रफ्तार..

देश के दूसरे कुछ राज्यों में कोरोना के केस बढ़ने का असर झारखंड में भी दिखने लगा है। आंशिक ही सही, झारखंड में भी कोरोना के संक्रमण की रफ्तार एक बार फिर बढ़ती दिख रही है। अप्रैल के पहले दो सप्ताह में जहां संक्रमण में मामूली कमी दर्ज की गई थी, तीसरे सप्ताह में वृद्धि दर्ज की गई है। आलम यह है कि बीते एक सप्ताह में संक्रमण दर दोगुना हो चुका है। आंकड़ों की बात करें तो अप्रैल के पहले सप्ताह (1-7 अप्रैल) के बीच 0.028 की दर से राज्य में 16 मरीज मिले थे। दूसरे सप्ताह (8-14 अप्रैल) के बीच 0.020 की दर से महज 10 मरीज मिले। जबकि, बीते छह दिनों (15-20 अप्रैल) में ही 18 मरीज मिल चुके हैं। पॉजिटिविटी रेट 0.046 पाई गई है। महज एक सप्ताह में ही राज्य में संक्रमण दर 0.020 से दोगुना होकर 0.046 पहुंच चुका है। सबसे बड़ी बात यह है कि संक्रमण में बढ़ोत्तरी लगातार रांची में ही दर्ज की जा रही है, अब रांची में ही एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 23 हो गई है। राहत की बात यह है कि अन्य जिलों में वर्तमान में कोई एक्टिव केस नहीं है। धनबाद में पिछले दिनों एक मरीज मिला था, जिसकी गुरुवार को मौत हो गई। बता दें कि दिल्ली, केरल, मिजोरम आदि राज्यों में हाल में कोरोना केस में अचानक तेजी आई है। वर्तमान में देश के 25 जिलों में कोरोना संक्रमण की साप्ताहिक दर (15-21 अप्रैल) 10 प्रतिशत से अधिक है।

पांच दिनों में 3.6 गुना बढ़े मरीज..
सूबे में कोरोना के संक्रमण की वृद्धि का आलम यह है कि बीते पांच दिनों में राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या में 360 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। बीते 16 अप्रैल को राज्य में महज 05 एक्टिव मरीज थे, जो 20 अप्रैल को 18 हो गए हैं। वहीं, 16 अप्रैल को राज्य के 23 जिलों में एक भी एक्टिव मरीज नहीं थे, केवल रांची में ही 5 एक्टिव मरीज थे। जबकि, 20 अप्रैल को रांची के साथ साथ धनबाद में भी मरीज की उपस्थिति दर्ज हो चुकी है।

बढ़ रहा संक्रमण, घट रही जांच..
राज्य में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट एक तरफ जहां बढ़ रही है, वहीं जांच की रफ्तार बढ़ने की बजाए और कम हो रही है। अप्रैल के पहले सप्ताह में जहां प्रतिदिन औसतन 7889 सैंपलों की जांच की गयी, वहीं दूसरे सप्ताह में यह घटकर औसतन प्रतिदिन 7059 और बीते पांच दिनों में महज प्रतिदिन औसतन 6464 जांच पर आ गयी है। राज्य भर में 1 से 7 अप्रैल के बीच 55227 सैंपलों की जांच हुई थी, वहीं दूसरे सप्ताह यानी 8 से 14 अप्रैल के बीच 49419 सैंपलों की जांच की गयी। बीते छह दिनों, 15 से 20 अप्रैल के बीच 38785 सैंपलों की जांच की गयी है।