कोरोना से बचने के लिए लोगों द्वारा कई तरह के उपाय किए गए। योगा से लेकर मेडिकल ट्रीटमेंट तक लोगों ने अपनाया। झारखंड में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सरकार ने भी लॉकडाउन का विकल्प चुना। जिसके कारण कई कंपनियों को घाटा सहना पड़ा लेकिन इस बीच लॉकडाउन खत्म होते ही लोगों में अचानक कार खरीदने की डिमांड बढ़ गई है।
विभिन्न कंपनियों के डीलरों का कहना है कि 60% से ज्यादा गाड़ियों की बुकिंग 4 से 6 लाख के बीच में हुई है। इसके साथ ही 7 से 10 लाख रुपए की एमयूवी की रेंजों की मांग में भी थोड़ी बढ़ोतरी हुई है।रांची में 1700 से ज्यादा लोग अभी गाड़ी के लिए इंतजार कर रहे हैं। ग्राहकों में सबसे ज्यादा मध्यम वर्गीय परिवार शामिल है। जिनका मानना है कि कोरोना संक्रमण के बीच सुरक्षित यात्रा के लिए अपने बजट के हिसाब से कारों की बुकिंग कर रहे हैं।
लोगों का मानना है कि लॉकडाउन में रेस्टोरेंट, पार्क और मॉल बंद रहने से लोगों के घूमने फिरने पर पाबंदी लग गई थी। जिसके कारण मध्यम वर्गीय परिवार में थोड़ी बचत हुई। इस बचत को लोग अपनी सुरक्षा के लिए कार की खरीद में खर्च कर रहे। इसे छोटी कार बनाने वाली कंपनी मारुति सुजुकी, हुंडई और टाटा मोटर्स कार की मांग बढ़ गई है।वहीं कारों की खरीदारी 80% लोग फाइनेंस पर कर रहे हैं। कंपनी के अधिकारी और डीलरों की माने तो मांग में करीब 20% की बढ़ोतरी देखी जा रही है।
वही कोरोना संक्रमण के कारण ग्राहक शोरूम में जाने से बच रहे हैं। ग्राहक कार की खरीदारी ऑनलाइन करना ज्यादा पसंद कर रहे है। मारुति सुजुकी, महिंद्रा सहित अन्य कंपनियों ने ग्राहकों के लिए ऑनलाइन बुकिंग सुविधा भी दी है। यहां गाड़ियों की पूरी फीचर और डिटेल्स मौजूद है। इस सुविधा में बैंक लोन का भी विकल्प दिया गया है।ऑनलाइन डॉक्युमेंट अपलोड कर बैंक से लोन भी लिया जा सकता है। इससे ग्राहकों को सीधे गाड़ी डिलीवरी लेने के लिए शोरूम जाना होगा।