रांची : रांची के झिरी में कचरा निष्पादन के लिए गेल इंडिया और रांची नगर निगम ने तैयारी तेज कर दी है। यहां कम्प्रेस्ड बायो गैस प्लांट निर्माण कार्य शुरू करने के लिए नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने गेल इंडिया के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में गेल इंडिया के तरफ से एक प्रस्तुतिकरण दिया गया। कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि प्लांट निर्माण के लिए भू-परिक्षण करा ली गई है।
नगर आयुक्त ने कहा कि निगम झिरी ने सड़क का निर्माण कराने जा रहा है। इसके लिए स्थल निरीक्षण का काम पूरा कर लिया गया है। जल्द ही सड़क निर्माण का काम शुरू हो जाएगा। वर्तमान में झिरी में कचरा डंप करने के लिए पक्की सड़क नहीं है। सबसे ज्यादा बरसात के समय पक्की सड़क नहीं होने से परेशानी उठानी पड़ती है। लेकिन अब सड़क का निर्माण कर उसे सीधे कचरा प्रोसेसिंग प्लांट तक जोड़ा जाएगा।
प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करने को लेकर रांची नगर निगम और गेल इंडिया के बीच 22 साल के लिए समझौता ज्ञापन हुआ है। गेल को निगम ने झिरी में 8 एकड़ जमीन दी है। गेल 150 मीट्रिक टन का दो प्लांट स्थापित करेगा। बता दे कि कचरे के कारण झिरी डंपिंग यार्ड के आसपास बसी लगभग 10 हजार की आबादी को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अक्सर कचरे में आग लग जाती है जिसके धुंए से आसपास का इलाका प्रभावित होता है।
कचरा निष्पादन के लिए प्रोसेसिंग प्लांट नहीं होने के कारण रांची नगर निगम हर साल स्वच्छ सर्वेक्षण में देशभर में पीछे रह जता है। सर्वेक्षण में मिलने वाले 1500 अंक रांची नगर निगम को नहीं मिल पाता। इस कारण रांची सर्वेक्षण में हमेशा टॉप 20 में जगह नहीं बना पाता। उम्मीद की जा सकती है कि आनेवाले समय में प्रोसेसिंग प्लांट बनने से निगम देश के टॉप 10 शहरों में जगह बना पाएगा।