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जानिए, क्या हुआ जब झारखंड निवासी IPS नकली पत्नी को लेकर पहुंचे थाने, बोले- एंबुलेंस वाला मांग रहा 8000, फिर..

आमतौर पर लोगों को पुलिस से यह शिकायत रहती है कि उनका व्यवहार जनता के प्रति बेहद खराब रहता है. थाने में शिकायत करने जाओ तो पुलिसकर्मी सही तरीके से पेश नहीं आते. पुलिस के इस व्यवहार को समझने के लिए महाराष्ट्र के पुणे में पिंपरी चिंचवड़ के पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश ने भेष बदलकर अपने तहत आने वाले पुलिस स्टेशन का औचक निरिक्षण किया. उनका इस काम में साथ दिया अस्सिटेंट पुलिस कमिश्नर प्रेरणा कट्टे ने. दोनों ने पुणे के पिंपरी, हिंजेवाड़ी, वाकड़ जैसे पुलिस स्टेशनों का भेष बदलकर और अपनी पहचान छुपाकर दौरा किया और यह जानने की कोशिश की कि थाने में पुलिसकर्मी आम लोगों के साथ कैसा बर्ताव करते हैं.

5 मई की रात को दोनों पुलिस अधिकारियों ने पहले पिंपरी पुलिस स्टेशन का औचक निरीक्षण किया और पाया कि पुलिस स्टेशन में गिरफ्तार किए गए 9 लोगों को एक ही लॉकअप में बंद किया गया, जबकि इन्हें अलग-अलग केस में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस कमिश्नर ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियम उल्लंघन को संज्ञान में लिया है और स्टेशन पर ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों से जवाब मांगा है. इसके बाद उन्होंने दूसरे थाने में जा कर बताया कि घर का एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है. उसे एम्बुलेंस से हॉस्पिटल पहुंचाना है. एम्बुलेंस वाले ज्यादा पैसे मांग रहे हैं. उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करें और कार्रवाई करें। इसपर पिंपरी पुलिस स्टेशन में तैनात पुलिस वालों ने कहा- यह हमारा काम नहीं। कृष्ण प्रकाश के मुताबिक- इस पुलिस स्टेशन में बात करने का तरीका भी सही नहीं था. इसके लिए उन्हें कमिश्नर की फटकार भी सुननी पड़ी।

इसके बाद वे दोनों हिंजवाड़ी और वाकड पुलिस स्टेशन भी गये. हिंजवाडी पुलिस स्टेशन में कमाल खान बने पुलिस कमिश्नर ने शिकायत की कि जब वे नमाज अदा करके लौट रहे थे, तब कुछ असामाजिक तत्वों ने उनकी पत्नी को परेशान किया और जब उन्होंने विरोध किया तो उनकी पिटाई की गयी. हिंजवाड़ी पुलिस ने इस शिकायत पर तुरंत एक्शन लिया और उस स्थान पर पहुंची, जहां उन्होंने अपने साथ मारपीट की शिकायत की थी. पुलिस ने पाया कि वहां कुछ युवक रात में पटाखे फोड़ रहे थे. पुलिस दस्ते ने उन युवकों को पकड़कर पूछताछ शुरू की, तब जाकर पुलिस कमिश्नर ने उन्हें अपना परिचय दिया. जाहिर था, हिंजवाड़ी पुलिस थाने के कर्मियों को इस तत्परता के लिए अपने कमिश्नर से शाबासी मिली.

इसी तरह उन्होंने वाकाड पुलिस स्टेशन पहुंचकर एक बाइकर द्वारा चेन छीन की शिकायत की तो पुलिस तुरंत घटनास्थल पर जाने को तैयार हो गयी. ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें समझाया कि महामारी के इस वक्त में देर रात आप दोनों को ऐसे नहीं निकलना चाहिए था. उन्होंने दोनों को पुलिस वाहन में घर पहुंचाने की पेशकश की.

कौन हैं कृष्ण प्रकाश..
बता दें की पिंपरी-चिंचवाड़ के पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश मूल रूप से झारखंड के हजारीबाग से ताल्लुक रखते हैं। पढ़ाई-लिखाई भी यहीं हुई। कृष्ण प्रकाश महाराष्ट्र कैडर के 1998 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं.पिछले साल सितंबर में कृष्ण प्रकाश ने पिंपरी-चिंचवाड़ के पुलिस कमिश्नर का पद संभाला. इससे पहले वे मुंबई में राज्य पुलिस मुख्यालय में महाराष्ट्र स्टेट स्पेशल इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (एडमिनिस्ट्रेशन) के तौर पर नियुक्त थे. मोटिवेशनल स्पीकर और क्रिएटिव राइटर के अलावा कृष्ण प्रकाश की एक और पहचान है और वो है आयरनमैन और अल्ट्रामैन की. वे आईजी रैंक के पहले अधिकारी हैं जिन्होंने आयरन मैन और अल्ट्रामैन ट्रायथलन को पूरा किया. वो पहले भारतीय हैं जिन्होंने रेस एक्रॉस द वेस्ट (RAW) साइकिल रेस को पूरा किया. कृष्ण प्रकाश को तैराकी, दौड़ और साइकलिंग, तीनों में ही महारत हासिल है.

आयरनमैन ट्रायथलन का आयोजन वर्ल्ड ट्रायथलन कॉर्पोरेशन की ओर से किया जाता है. ये लंबी दूरी की ट्रायथलन रेस की सीरीज में से एक है. इसमें प्रतिभागी को 2.4 मील तैराकी, 112 मील साइकलिंग और 26.22 मील दौड़ना होता है. खुद को पीपल्स ऑफिसर कहलाना पसंद करने वाले कृष्ण प्रकाश का नाम ‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन’ में आयरनमैन टाइटल जीतने के लिए शामिल किया गया. इस साल के शुरू में उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की ओर से सर्टिफिकेट प्रदान किया गया.

कमिश्नर के मुताबिक- वेश बदलकर पुलिस स्टेशनों के कामकाज का जायजा लेने के पीछे हमारा मकसद पुलिसकर्मियों के व्यवहार को जानना था। महामारी के दौर में हम जानना चाहते थे कि आम लोगों की शिकायतें सुनी जाती है या नहीं? रात के समय पुलिस किस तरह से काम करती है। आम जनता के प्रति उनका व्यवहार कैसा होता है? ऐसा करने से पुलिस थानों के कर्मचारियों में अपने काम के प्रति जागरुकता आएगी, डर बना रहेगा और पारदर्शिता दिखाई देगी।