सितंबर में कोल इंडिया बोनस की बैठक, 91,800 रुपए तक बोनस की संभावना….

कोयला क्षेत्र के कर्मियों को दुर्गापूजा के अवसर पर मिलने वाले बोनस को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. पिछले एक दशक में बोनस के भुगतान का विश्लेषण करने पर देखा गया है कि इसमें हर साल वृद्धि होती रही है. इस वर्ष के बोनस को लेकर कोल इंडिया प्रबंधन और यूनियन प्रतिनिधियों के बीच चर्चा होने की संभावना है. बैठक का आयोजन सितंबर के अंत तक किया जा सकता है. वर्ष 2023 में कोल कर्मियों को 85,000 रुपए तक बोनस मिला था. इस बार बोनस राशि बढ़कर 91,800 रुपए तक पहुंच सकती है. हालांकि, बोनस निर्धारण को लेकर कोल इंडिया में प्रॉफिट लिंक्ड स्कीम लागू नहीं है. बोनस की राशि तय करने के लिए प्रबंधन और यूनियन प्रतिनिधियों के बीच वार्ता की जाती है. कोल इंडिया प्रबंधन ने जून में आयोजित एपेक्स जेसीसी की बैठक में यूनियनों को प्रॉफिट लिंक्ड स्कीम का प्रस्ताव दिया था, जिसे यूनियन नेताओं ने खारिज कर दिया. इस वर्ष भी बोनस की राशि प्रबंधन और यूनियन के बीच वार्ता के आधार पर तय की जाएगी. यूनियन नेताओं का कहना है कि बोनस की राशि प्रॉफिट लिंक्ड स्कीम से कम नहीं होनी चाहिए. पिछले एक दशक में बोनस की राशि में लगातार वृद्धि देखी गई है. वर्ष 2014 में 40,000 रुपए का बोनस दिया गया था, जो 2023 में बढ़कर 85,000 रुपए तक पहुंच गया. वर्ष 2022 में बोनस 76,500 रुपए था, जबकि 2023 में इसमें 8,500 रुपए की वृद्धि के साथ 85,000 रुपए हुआ. यदि इस वर्ष भी बोनस में इसी तरह की वृद्धि होती है, तो 93,500 रुपए तक बोनस मिलने की संभावना है. कोल इंडिया के कुल 2.28 लाख मैनपावर में से 85 हजार कर्मी झारखंड में कार्यरत हैं, जहां सबसे अधिक बोनस भुगतान किया जाता है. बीसीसीएल, सीसीएल, सीएमपीडीआईएल और ईसीएल के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले कोयला कर्मियों को बोनस भुगतान में विशेष ध्यान दिया जाता है. बैठक की तिथि की घोषणा जल्द की जाएगी, जिसके बाद बोनस की राशि की आधिकारिक पुष्टि हो सकेगी.

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