सीएम हेमंत सोरेन ने आज उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के सांसद-विधायकों के साथ विचार-विमर्श किया। इस ऑनलाइन संवाद में धनबाद के सांसद पीएन सिंह, गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चाैधरी, कोडरमा की सांसद अन्नापूर्णा देवी, बोकारो के विधायक विरंची नारायण, धनबाद के विधायक राज सिन्हा आदि शामिल हुए। सभी ने कोरोना से निपटने के लिए अपने-अपने सुझाव दिए। मुख्यमंत्री ने सबकी बातों को सुना।
गौरतलब है की कोरोना के हाताल को नियंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री पक्ष-विपक्ष सभी जनप्रतिनिधियों के साथ ऑनलाइन संवाद कर रहे हैं। इसका शुभारंभ उन्होंने पलामू प्रमंडल के साथ ऑनलाइन संवाद कर दिया। फिर दक्षिणी छोटानागपुर और कोल्हान प्रमंडल की बारी आई। आज उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल की बारी थी। इस दाैरान मुख्यमंत्री ने धनबाद, बोकारो, गिरिडीह समेत उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के सांसद-विधायकों के साथ विचार-विमर्श किया।
उन्होंने सभी से कोविड के संक्रमण को रोकने संबंधी राय मांगी। इस पर लगभग सभी सांसदों ने निजी अस्पतालों के मनमानी की जिक्र की। धनबाद के सांसद पीएन सिंह ने कहा कि यहां के निजी अस्पताल सरकार के निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं। सांसदों ने कहा कि केवल फीस में ही नहीं इलाज में भी निजी अस्पताल लापरवाही कर रहे हैं। वे पैसा कमाने के लिए मनमाना कोविड बेड तो बना लेते हैं लेकिन उनके पास न ही मेडिकल स्टाफ होते हैं और न ही बेड। इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता है।
सांसद जयंत सिन्हा ने बताया कि सरकार की तरफ से जारी होने वाले आंकड़ों में काफी खामिया रहती है। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञों की एक टीम बनाकर डेटा के अध्ययन करने की जरूरत है। यही टीम रोज राज्य भर के आंकड़ों जानकारी मीडिया को दे ताकि जनता को सही जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि कोरोना की इस लड़ाई में जनता को जागरुक करना बेहद जरूरी है।
कोडरमा की सांसद अन्नपूर्णा देवी ने बताया कि अभी भी सूदूर क्षेत्र में लोगों को इसका समुचित इलाज मुहैया नहीं हो पा रहा है। प्रखंड के अस्पतालों में न ऑक्सीजन हैं और ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड। उन्होंने कहा कि इसी का नतीजा है कि यहां के इचाक प्रखंड में खुटरा गांव में 10 में 15 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि प्रखंड स्तर के सरकारी अस्पतालों में न केवल ट्रेंड हेल्थवर्कर्स को नियुक्त करने की जरूरत है बल्कि यहां ऑक्सीजन प्लांट भी लगाने की दिशा में काम करने की जरूरत है।
सांसदों में श्री जयंत सिन्हा, श्री पशुपति नाथ सिंह, श्रीमती अन्नपूर्णा देवी, श्री सुनील कुमार सिंह और श्री चंद्र प्रकाश चौधरी, झारखंड के मंत्री श्री सत्यानंद भोक्ता और विधायकों में श्री बाबूलाल मरांडी, श्री सरफराज अहमद, श्री मथुरा प्रसाद महतो, श्री उमा शंकर अकेला, सुश्री अंबा प्रसाद, श्रीमती ममता देवी, श्री जयमंगल सिंह, श्रीमती पूर्णिमा नीरज सिंह, श्रीमती नीरा यादव, श्री जयप्रकाश भाई पटेल, श्री मनीष जायसवाल, श्री किशुन कुमार दास, श्री केदार हाजरा, श्री बिरंची नारायण, श्री अमर कुमार बाउरी, श्रीमती अपर्णा सेन गुप्ता, श्री राज सिन्हा, श्री ढुलू महतो, श्री अमित कुमार यादव, श्री विनोद कुमार सिंह और श्री लंबोदर महतो ने कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार को रोकने और संक्रमितों के बेहतर इलाज को लेकर अहम सुझाव दिए।
इस मौके पर मुख्यमंत्री के आवासीय कार्यालय से स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता , मुख्य सचिव श्री सुखदेव सिंह, विकास आय़ुक्त-सह- अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग श्री अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजीव अरुण एक्का और सचिव श्री विनय कुमार चौबे उपस्थित थे।