झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) ने मंगलवार को कक्षा 9वीं बोर्ड परीक्षा 2025 का रिजल्ट जारी कर दिया है. इस बार का परिणाम बेहद शानदार रहा है. कुल 98.40 फीसदी विद्यार्थी सफल घोषित किए गए हैं, जो राज्य के शिक्षा स्तर में सकारात्मक संकेत है. यह परीक्षा मार्च 2025 में आयोजित की गई थी.
परीक्षा में कुल भागीदारी
झारखंड भर से इस परीक्षा के लिए कुल 4,77,237 विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया था. इनमें से 4,71,428 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा में भाग लिया. परीक्षा में शामिल विद्यार्थियों में से कुल 4,65,277 सफल घोषित किए गए. सफलता का औसत प्रतिशत 98.40% रहा, जो पिछले वर्षों की तुलना में बेहतर है.
लड़कियों का प्रदर्शन लड़कों से बेहतर
लड़कियों ने एक बार फिर लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया. कुल 2,26,399 छात्रों और 2,50,838 छात्राओं ने पंजीयन कराया था. परीक्षा में 2,23,283 छात्र और 2,48,145 छात्राएं उपस्थित हुए. छात्रों की सफलता का प्रतिशत 98.34% रहा, जबकि छात्राओं का सफलता प्रतिशत 98.45% दर्ज किया गया. यह दर्शाता है कि राज्य की बालिकाएं शिक्षा के क्षेत्र में लगातार बेहतर कर रही हैं.
जिलावार प्रदर्शन में कोडरमा शीर्ष पर
राज्य के विभिन्न जिलों में सबसे अच्छा प्रदर्शन कोडरमा जिले ने किया है. कोडरमा में 99.54% विद्यार्थी पास हुए, जो राज्य में सबसे अधिक है. इसके बाद हजारीबाग (99.37%), बोकारो (99.35%), गिरिडीह (99.19%) और रांची (99.06%) का स्थान रहा.
कुछ प्रमुख जिलों का प्रदर्शन इस प्रकार रहा:
• कोडरमा: 99.54%
• हजारीबाग: 99.37%
• बोकारो: 99.35%
• गिरिडीह: 99.19%
• रांची: 99.06%
• धनबाद: 99.01%
• रामगढ़: 98.98%
• गुमला: 98.97%
• पूर्वी सिंहभूम: 98.95%
• पलामू: 98.80%
वहीं, सबसे कम रिजल्ट पश्चिमी सिंहभूम (96.49%) और खूंटी (97.56%) में रहा.
विषयवार ग्रेड वितरण
JAC ने विषयवार ग्रेड का भी विवरण जारी किया है. इससे छात्रों के प्रदर्शन की गुणवत्ता को समझा जा सकता है.
गणित:
• A+: 36,467
• A: 1,32,765
• B: 1,53,520
• C: 1,32,428
• D: 16,134
विज्ञान:
• A+: 38,277
• A: 1,70,590
• B: 1,80,309
• C: 74,855
• D: 7,293
सामाजिक विज्ञान:
• A+: 67,750
• A: 2,11,619
• B: 1,34,437
• C: 52,106
• D: 5,421
हिंदी:
• A+: 1,14,839
• A: 1,64,860
• B: 88,895
• C: 55,084
• D: 9,696
अंग्रेजी:
• A+: 65,076
• A: 1,61,614
• B: 1,32,382
• C: 79,903
• D: 10,567
राज्यभर में शिक्षा का स्तर बेहतर
रिजल्ट की इस उच्च सफलता दर से यह स्पष्ट होता है कि राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है. सरकार द्वारा स्कूलों में संसाधन सुधार, डिजिटल लर्निंग और समय पर पाठ्यक्रम पूरा कराए जाने जैसे प्रयासों का असर दिखाई दे रहा है.
JAC की अपील
JAC ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी हैं और कहा है कि इस सफलता को भविष्य में और बेहतर करने की दिशा में इस्तेमाल करें. साथ ही यह भी अपील की गई है कि जो विद्यार्थी इस परीक्षा में असफल रहे हैं, वे हताश न हों और अगली बार के लिए गंभीर तैयारी करें.