CID ने साइबर अपराधियों के खिलाफ लुक आउट नोटिस किया जारी….

रांची के व्यवसायी गुरविंदर सिंह से 1.40 करोड़ रुपये की साइबर ठगी के मामले में अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) ने बड़ा कदम उठाते हुए दर्जनभर साइबर अपराधियों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया है. यह नोटिस साइबर अपराध थाने की अनुशंसा पर जारी किया गया है, जो कि देशभर के एयरपोर्टों पर इन अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी सुनिश्चित करेगा.

अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराधी भारत के निवासी

जिन अपराधियों के खिलाफ यह लुक आउट नोटिस जारी किया गया है, वे सभी भारतीय नागरिक हैं, लेकिन अपने देश से बाहर रहकर अपराध की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. यह नोटिस उनकी गिरफ्तारी को सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण कदम है. जैसे ही ये अपराधी भारत के किसी भी एयरपोर्ट पर उतरेंगे, वहीं पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

सीआइडी की तत्परता

इससे पहले भी सीआइडी ने एक साइबर अपराधी को महाराष्ट्र से लुक आउट नोटिस के माध्यम से गिरफ्तार किया था. इस गिरफ्तारी से सीआइडी को यह साबित करने का मौका मिला कि साइबर अपराधियों को पकड़ने में वह कितनी तत्पर और सक्षम है. यह गिरफ्तारी उन सभी अपराधियों के लिए एक चेतावनी है, जो विदेशों में रहकर भारत में अपराध करते हैं.

ठगी का मामला और आरोपी

रांची के व्यवसायी गुरविंदर सिंह से 1.40 करोड़ रुपये की साइबर ठगी का मामला एक बड़ा उदाहरण है. इस मामले में साइबर अपराध थाने की पुलिस ने हैदराबाद से एक आरोपित मकिरेड्डी सुजीत कुमार को सोमवार को गिरफ्तार किया था. सुजीत कुमार ने ही पूछताछ के दौरान यह खुलासा किया कि भारत के कई साइबर अपराधी दुबई में बैठकर करोड़ों की ठगी कर रहे हैं.

दुबई से जुड़ा साइबर अपराध का कनेक्शन

यह पहली बार है जब साइबर अपराधियों का कनेक्शन दुबई से निकला है. इससे पहले, साइबर अपराधियों का कनेक्शन चीन और हॉन्गकॉन्ग से जुड़ा हुआ पाया गया था. दुबई में बैठकर अपराधियों द्वारा करोड़ों की ठगी की जा रही है. सुजीत कुमार की गिरफ्तारी के बाद सीआइडी को और भी महत्वपूर्ण जानकारियाँ मिली हैं, जो इस ठगी के नेटवर्क को बेनकाब करने में सहायक होंगी.

लुक आउट नोटिस की महत्ता

लुक आउट नोटिस जारी करना एक महत्वपूर्ण कदम है, जो कि भारत में साइबर अपराध को रोकने और अपराधियों को पकड़ने के लिए आवश्यक है. इससे अपराधियों को यह संदेश जाएगा कि वे कहीं भी छिपने की कोशिश करें, भारतीय कानून उन तक पहुंच जाएगा. इससे पहले कई मामलों में लुक आउट नोटिस के माध्यम से अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और यह प्रक्रिया भविष्य में भी जारी रहेगी.

साइबर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई

सीआइडी और साइबर अपराध थाने की तत्परता और सख्त कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि साइबर अपराधियों के खिलाफ सरकार कोई कोताही नहीं बरत रही है. साइबर अपराध एक गंभीर मुद्दा बन चुका है, और इसे रोकने के लिए सख्त कदम उठाना आवश्यक है.

भविष्य की रणनीति

सीआइडी ने अपनी कार्रवाई को और भी प्रभावी बनाने के लिए भविष्य की रणनीतियाँ तैयार कर ली हैं. इसमें अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ सहयोग, तकनीकी उपकरणों का उपयोग और साइबर अपराधियों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी शामिल है. इसके साथ ही, आम जनता को भी जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जाएंगे, ताकि वे साइबर अपराधियों के जाल में न फँसें.

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