झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना के तहत राज्य की लाखों महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जा रही है. हालांकि, अब भी कई महिलाएं इस योजना का लाभ नहीं उठा पाई हैं. हाल ही में मंत्री चमरा लिंडा ने घोषणा की है कि योजना के तहत छठी और सातवीं किस्त की राशि होली से पहले लाभुक महिलाओं के खातों में भेज दी जाएगी. यह घोषणा महिलाओं के लिए राहत की खबर है, क्योंकि वे लंबे समय से इस राशि का इंतजार कर रही थीं. अगर आप भी इस योजना के लाभार्थी बनना चाहते हैं, तो जरूरी पात्रता और आवेदन प्रक्रिया की जानकारी जरूर लें.
क्या है मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना?
मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना झारखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही एक वित्तीय सहायता योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य की गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है. शुरुआत में इस योजना के तहत महिलाओं को प्रति माह ₹1000 की आर्थिक सहायता दी जाती थी. लेकिन झारखंड विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस राशि को बढ़ाकर ₹2500 प्रति माह करने का वादा किया था. हालांकि, चुनाव जीतने के बाद अब तक लाभुक महिलाओं को केवल एक बार ₹2500 की राशि प्राप्त हुई है. इसके बाद से महिलाएं छठी और सातवीं किस्त के पैसे का इंतजार कर रही थीं. अब सरकार ने घोषणा की है कि 15 मार्च से पहले उनके खाते में कुल ₹5000 भेज दिए जाएंगे.
कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?
अगर आप मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ जरूरी पात्रता मानदंड तय किए गए हैं. इस योजना के तहत वही महिलाएं आवेदन कर सकती हैं, जो इन शर्तों को पूरा करती हैं:
• झारखंड की निवासी होनी चाहिए.
• आयु 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए.
• राशन कार्ड में नाम दर्ज होना चाहिए.
• इनकम टैक्स का भुगतान न करने वाली होनी चाहिए.
• किसी सरकारी नौकरी में कार्यरत नहीं होनी चाहिए.
• EPF (कर्मचारी भविष्य निधि) की सदस्य नहीं होनी चाहिए.
• पहले से किसी पेंशन योजना का लाभ नहीं ले रही होनी चाहिए.
अगर आप इन सभी शर्तों को पूरा करते हैं, तो आप इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं और सरकार द्वारा दी जाने वाली आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकते हैं.
कैसे करें इस योजना के लिए आवेदन?
अगर आप इस योजना के तहत पंजीकरण कराना चाहते हैं, तो आपको अपने नजदीकी महिला एवं बाल विकास विभाग या सामाजिक सुरक्षा कार्यालय में जाकर आवेदन करना होगा. आवेदन की प्रक्रिया सरल है, लेकिन इसके लिए कुछ जरूरी दस्तावेजों की आवश्यकता होती है.
आवश्यक दस्तावेज:
• आधार कार्ड – पहचान पत्र के रूप में जरूरी.
• राशन कार्ड – पात्रता साबित करने के लिए आवश्यक.
• बैंक खाता विवरण – पैसा सीधे खाते में जमा होगा.
• निवास प्रमाण पत्र – झारखंड का निवासी होने का प्रमाण.
• आय प्रमाण पत्र – यह दिखाने के लिए कि आवेदक आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आता है.
• पासपोर्ट साइज फोटो – आवेदन फॉर्म में लगानी होगी.
इन सभी दस्तावेजों के साथ संबंधित विभाग में जाकर आवेदन फॉर्म भरकर जमा करना होगा. आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, सरकार द्वारा सत्यापन किया जाएगा और पात्र लाभार्थियों को समय-समय पर सहायता राशि दी जाएगी.
15 मार्च से पहले आएंगे ₹5000
सरकार की ओर से यह साफ कर दिया गया है कि 15 मार्च से पहले लाभार्थी महिलाओं के बैंक खातों में छठी और सातवीं किस्त की राशि भेज दी जाएग. यह कुल राशि ₹5000 होगी, जो दो महीनों के लिए दी जा रही है. पहले लाभार्थी महिलाओं को हर महीने ₹1000 मिलते थे, लेकिन चुनावी वादे के अनुसार इसे ₹2500 कर दिया गया. हालांकि, अभी तक यह नई राशि हर महीने नहीं मिल पाई है, लेकिन अब सरकार धीरे-धीरे इस योजना को आगे बढ़ा रही है. इस घोषणा के बाद लाखों महिलाएं राहत महसूस कर रही हैं, क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि चुनाव के बाद योजना को पूरी तरह लागू किया जाएगा. अब सरकार ने इस दिशा में कदम बढ़ा दिया है, जिससे आने वाले समय में योजना का सही लाभ मिल सकेगा.
क्यों जरूरी है यह योजना?
झारखंड जैसे राज्य में जहां अब भी कई महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर नहीं हैं, वहां मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना जैसी पहल महिलाओं को स्वतंत्र और मजबूत बनाने में मदद कर सकती है. इस योजना से महिलाओं को घरेलू खर्च चलाने, बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाने और स्वास्थ्य संबंधी जरूरतें पूरी करने में सहायता मिलती है. यह योजना खासतौर पर उन महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और किसी भी सरकारी नौकरी या पेंशन का लाभ नहीं ले रही हैं. झारखंड सरकार का यह प्रयास महिलाओं को सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अवसर देता है और उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद करता है.