झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आज जन्मदिन है. वे 47 साल के हो गए हैं. मुख्यमंत्री ने आज अपने माता-पिता का पैर छूकर उनके आशीर्वाद लिए. इसके साथ ही उन्होंने एक ट्वीट भी किया जिसमें उन्होंने लिखा, “आदरणीय बाबा और मां को प्रणाम आज जन्मदिन के अवसर पर आदरणीय बाबा डिशूम गुरु जी और मां से आशीर्वाद लिया”. बता दें कि उनके जन्मदिन के अवसर पर उन्हें झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ विपक्षी दल भाजपा के कार्यकर्ताओं ने भी जन्मदिन की बधाई दी.
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने किया ट्वीट..
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट में लिखा राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जन्मदिन की आत्मीय शुभकामनाएं बाबा बैद्यनाथ की कृपा सदैव आप पर बनी रहे आपके उत्तम स्वास्थ्य और जीवन की कामना करता हूं.
भानु प्रताप शाही ने भी दी जन्मदिन की मुबारकबाद..
वहीं भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के घर पहुंच कर मुंह मीठा कराया यही नहीं इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा, “मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जन्मदिन की अनंत बधाई और शुभकामनाएं बाबा बंशीधर से प्रार्थना है कि आपके स्वस्थ और दीर्घायु रखे”.
इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ राजनीति में रखा कदम..
हेमंत सोरेन का जन्म 10 अगस्त 1975 झारखंड के रामगढ़ जिले के नेम रा गांव में हुआ था. वह भाजपा के मुखर विरोधी नेताओं में से एक माने जाते हैं. हेमंत सोरेन इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़कर राजनीति में कदम रखा. इसका सबसे बड़ा कारण है उनके बड़े भाई दुर्गा सोरेन का निधन हो जाना. दुर्गा सोरेन का निधन वर्ष 2009 में हो गया. कहा जाता है कि शिबू सोरेन के बाद दुर्गा सोरेन ही विरासत संभालने वाले थे. उनके निधन के बाद पिता की विरासत संभालने के लिए हेमंत सोरेन ने राजनीति में कदम रखा.
2009 में रखा राजनीति में कदम..
हेमंत सोरेन ने वर्ष 2009 में राजनीति में कदम रखा. वह 2009 से 2010 तक राज्यसभा सदस्य भी रह चुके हैं. वह भाजपा नेता अर्जुन मुंडा की सरकार में उप मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. झारखंड के सबसे युवा मुख्यमंत्री बनने का गौरव उन्हें ही प्राप्त है. बहुत कम समय में हेमंत सोरेन एक मजबूत आदिवासी नेता के रूप में अपनी पहचान बनाई है. बता दें कि हेमंत सोरेन झारखंड में दूसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं और झारखंड के 11 वे मुख्यमंत्री हैं सबसे पहले उन्होंने 2013 में 13 जुलाई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. लेकिन वर्ष 2014 में चुनाव आ जाने के कारण 23 दिसंबर को इस्तीफा दे दिया था. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य सभा शिबू सोरेन के पुत्र हेमंत सोरेन बहुत कम समय में राजनीति में अपनी पहचान बनाई है.
शीर्ष तक झामुमो को पहुंचाया..
शुरुआती दौर में कहा जाता था कि वह झामुमो की विरासत नहीं संभाल पाएंगे. लेकिन इस कथन को उन्होंने झूठ साबित कर दिया झामुमो को राजनीति के शीर्ष तक पहुंचा के सबको चौका दिया.