चतरा एसपी ऋषभ कुमार झा ने शनिवार को अपने दरियादिली से लोगों का दिल जीत लिया। एसपी ने रक्तदान कर एक मजदूर के बच्चे की जान बचाई। दरअसल, मो. तस्लीम अंसारी शनिवार की सुबह से परेशान थे। थैलेसिमिया पीड़ित उनके दोनों बच्चों को बी पाॅजिटिव रक्त की आवश्यकता थी। पर उन्हें कोई डोनर नहीं मिल रहा है। मो. तस्लीम ने सीधे एसपी ऋषभ कुमार झा को फोन लगाया और कहा कि उनके दोनों बच्चे थैलेसिमिया से पीड़ित हैं। दोनों बच्चों की जान बचाने के लिए ब्लड चढ़ाना आवश्यक है। यदि दो जवानों को रक्तदान करने के लिए बोल दिया जाता तो बड़ी कृपा होती। यह सुन एसपी 10 मिनट में ब्लड बैंक पहुंचे और खुद ही रक्तदान किया।
दरअसल, थैलेसिमिया रोग से पीड़ित अपने दो बच्चों की जान बचाने के लिए सिमरिया के रहने वाले मो. तस्लीम अंसारी शनिवार की सुबह से परेशान थे। उन्हें अपने दोनों बच्चों को बी पॉजिटिव ब्लड चढ़वाना था और कोई डोनर नहीं मिल रहा था। मो. तस्लीम ने रेड क्राॅस सोसायटी के कोषाध्यक्ष स्नेह राज की मदद से कई डोनर को संपर्क किया। लेकिन बात नहीं बनी। मो. तस्लीम को संकट की इस घड़ी में पुलिस की याद आई। उन्होंने सीधे SP ऋषभ कुमार झा को फोन लगाया और कहा कि उनके दोनों बच्चे थैलेसिमिया से पीड़ित हैं। दोनों बच्चों की जान बचाने के लिए ब्लड चढ़ाना आवश्यक है। यदि दो जवानों को रक्तदान करने के लिए बोल दिया जाता तो बड़ी कृपा होती।
यह सुन एसपी ऋषभ कुमार झा ने मोहम्मद तस्लीम को बताया कि उनका ब्लड भी बी पॉजिटिव है और वे 10 मिनट के अंदर ब्लड बैंक में पहुंचकर खुद रक्तदान करेंगे। फिर हुआ भी ऐसा ही। फोन करने के 10 मिनट के अंदर ही एसपी ऋषभ कुमार झा अपने 10 जवानों के साथ ब्लड बैंक पहुंचकर पहले खुद रक्तदान किया, इसके बाद उनके साथ आए जवानों ने भी ब्लड डोनेट किया। इससे मजदूर के दोनों बच्चों को रक्त उपलब्ध हुआ। एसपी ऋषभ झा के साथ जवान शुभम कुमार, मिथलेश कुमार, गोपाल यादव, निर्झर कुमार, अजित कुमार, धनेश्वर रविदास, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह एवं अशोक मिश्रा ने स्वैच्छिक रूप से रक्तदान किया।