केंद्र सरकार की ओर से शुक्रवार को झारखंड को कोवैक्सीन की 1 लाख डोज उपलब्ध कराई गई है। इससे पहले 2 जुलाई को को भी कोविशिल्ड की 6 लाख डोज उपलब्ध कराई गई थी। बता दें कि राज्य में औसतन 60 हजार टीकाकरण प्रतिदिन लगाई जाती है। इसके हिसाब से कोवैक्सीन की डोज से सिर्फ 2 दिन तक ही टीकाकरण किया जा सकेगा। जुलाई के महीने में अब तक पर्याप्त टीका नहीं मिलने के कारण टीकाकरण कई बार प्रभावित रहा है। पूरी क्षमता के साथ लोगों को टीका नहीं लग पा रहा है। अधिकतर केंद्रों से लोग बिना टीका लिए वापस लौट रहे हैं। जुलाई महीने में अब तक टीका लेने वाले लोगों की लंबी कतार देखने को मिली है।
बता दें कि इस खेप में आए टिके की खपत दूसरी डोज लेने वालों में अधिक है। अगली खेप 15 जुलाई को झारखंड को दी जाएगी। इस दौरान टीकाकरण की रफ्तार धीमी रहेगी। टीका मिलने के बाद सभी जिलों को टीका आवंटित कर दिया गया है। सबसे अधिक डोज रांची जिला को दी गई है।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। भारत सरकार से पत्राचार भी किया जा रहा है कि हमलोग को ज्यादा से ज्यादा टीका दी जाए। हमलोग अपने राज्य के सभी लोगों का टीकाकरण करवाना चाहते हैं। लेकिन केंद्र हमें मांग के अनुरूप टीका उपलब्ध नहीं करा रहा है। हमारा राज्य वैक्सीन नहीं बनाता है। केंद्र सरकार चिल्ला चिल्लाकर कह रही थी कि भारत टीका का हब बन गया है। पूरी दुनिया को भारत टीका की आपूर्ति करेगा लेकिन यहां तो गरीब राज्यों को टीका नहीं दी जा रही है।