जमशेदपुर में हर साल मोतियाबिंद के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. आंकड़ों के मुताबिक, शहर में हर साल 16% की दर से मोतियाबिंद के नए मरीज बढ़ रहे हैं. इस समस्या से न केवल बुजुर्ग बल्कि 60 साल से कम उम्र के लोग भी बड़ी संख्या में पीड़ित हो रहे हैं. शहर में जनवरी 2024 से 25 अक्टूबर 2024 तक 3390 मोतियाबिंद ऑपरेशन हुए, जिनमें से लगभग 43% मरीजों की उम्र 60 साल से कम थी. इसके अलावा, 2.5% मरीजों की उम्र 18 साल से भी कम थी, जो कि एक चिंताजनक स्थिति है. रेडक्रास सोसाइटी और शहर के प्रमुख नेत्र अस्पतालों से मिले आंकड़ों के अनुसार, जमशेदपुर में 2022 में हर महीने औसतन 246 मोतियाबिंद के ऑपरेशन होते थे. वहीं, 2023 में यह संख्या बढ़कर औसतन 285 प्रति माह हो गई और 2024 में अब तक हर महीने औसतन 339 ऑपरेशन हो रहे हैं. यह बढ़ोतरी यह बताती है कि शहर में इस बीमारी का असर बढ़ रहा है.
वर्षवार ऑपरेशन आंकड़े
• 2022: कुल 2960 ऑपरेशन हुए, जिनमें से 1184 मरीज 60 साल से कम उम्र के थे, और 44 मरीज 18 साल से कम उम्र के थे.
• 2023: 3420 ऑपरेशन हुए, जिनमें से 1419 मरीजों की उम्र 60 साल से कम थी, और 61 मरीज 18 साल से कम उम्र के थे.
• 2024: अब तक 3390 ऑपरेशन हो चुके हैं, जिनमें से 1458 मरीजों की उम्र 60 साल से कम है, जबकि 67 मरीज 18 साल से कम उम्र के हैं.
मोतियाबिंद के कारण और जोखिम कारक मधु रेखा आई केयर सेंटर की संचालक और नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप्ता कुंडू ने बताया कि मोतियाबिंद की समस्या अनहेल्दी लाइफस्टाइल, धूम्रपान, मधुमेह, और ब्लड सर्कुलेशन सही न होने के कारण बढ़ रही है. खासकर धूम्रपान करने वाले और मधुमेह के मरीजों में मोतियाबिंद की समस्या ज्यादा पाई गई है. इसके अलावा, 18 साल से कम उम्र के बच्चों और युवाओं में भी यह समस्या देखी जा रही है, जिसका कारण बिना डॉक्टर की सलाह के दवाइयों का सेवन, अनुवांशिक कमी या पौष्टिक आहार की कमी हो सकती है. डॉ. कुंडू ने यह भी बताया कि स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम से आंखों की सेहत को बनाए रखने में मदद मिलती है. फलों और सब्जियों में पाए जाने वाले विटामिन, मिनरल और प्रोटीन आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद होते हैं. इसके अलावा, व्यायाम से पूरे शरीर के साथ-साथ आंखों के ब्लड सर्कुलेशन को भी लाभ मिलता है. ब्लाइंडनेस के मामले में बढ़ोतरी का कारण इंडियन जर्नल ऑफ ऑप्थेल्मोलॉजी में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, देशभर में भी मोतियाबिंद के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. इस शोध के अनुसार, ब्लाइंडनेस के कुल मामलों में से लगभग 51% का कारण मोतियाबिंद होता है. जमशेदपुर में भी यह स्थिति देखी जा रही है, जहां मोतियाबिंद के कारण अंधत्व के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. निवारण और समाधान आंखों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल का पालन करना आवश्यक है. विटामिन, मिनरल और प्रोटीन युक्त फलों का सेवन करने से आंखों की रोशनी में सुधार होता है. इसके अलावा, धूम्रपान और अत्यधिक दवाइयों के सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि ये आदतें आंखों की सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं.