शुक्रवार को एक व्यक्ति द्वारा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का सचिव बनकर अलग-अलग जगह पर फोन करने का मामला सामने आया था| मामले की जांच में पता चला है कि वो व्यक्ति मानसिक रूप से विक्षिप्त है| बताया जा रहा है कि, रांची पुलिस ने जब फोन करने वाले व्यक्ति को हावड़ा से गिरफ्तार किया तब पता चला कि वो मानसिक रूप से विक्षिप्त है| इसके बाद उसे रांची के रिनपास अस्पताल में भर्ती कराया गया है| आरोपी शख्स का नाम अभिजीत मंडल है, जो कोलकाता के हावड़ा का रहनेवाला है|
इससे पहले अभिजीत मंडल नाम के इस शख्स ने फोन कर मुख्यमंत्री से बात करने को कहा| इस दौरान जब उसकी पहचान पूछी गई तो उसने खुद को मुख्यमंत्री का सचिव बताया। जिसके बाद इस मामले में मुख्यमंत्री की सुरक्षा में पदस्थापित पुलिस निरीक्षक मो. तंजील खान ने 8 मार्च को अभिजीत मंडल के खिलाफ गोंदा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार अभिजीत ने 7 मार्च को 11:45 बजे मुख्यमंत्री के आवासीय कार्यालय में दो मोबाइल नंबर 7439637342 और 8274979169 से कॉल किया था। मुख्यमंत्री के आवासीय कार्यालय में ड्यूटी पर तैनात शशि भूषण महतो ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा में पदस्थापित तंजील खान को इसकी जानकारी दी। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को मुख्यमंत्री का सचिव बताया और मुख्यमंत्री से बात कराने को कहा। इस पर जब शशि भूषण महतो ने कहा कि आप मुख्यमंत्री के सचिव हैं तो खुद ही यहां आकर बात कर सकते हैं, इतना सुनते ही उसने फोन काट दिया।
जांच के दौरानजानकारी मिली कि फोन बंगाल से किया जा रहा था तथा फोन करने वाले व्यक्ति का नाम अभिजीत मंडल है| उसके खिलाफ बंगाल में भी फ़र्ज़ी अधिकारी बन लोगों को फोन करने के पांच मामले दर्ज हैं।
जानकारी के मुताबिक अभिजीत मंडल अक्सर किसी न किसी बड़े राजनेता या फिर व्यक्ति को फोन करके उनसे बात करने की कोशिश करता है| इसी कोशिश में उसने मिजोरम के राज्यपाल कार्यालय में भी फोन किया था। मिजोरम के राज्यपाल कार्यालय की ओर से पूछा गया कि क्या मुख्यमंत्री कार्यालय में अभिजीत मंडल नाम का व्यक्ति है। उसने खुद को झारखण्ड के मुख्यामंत्री का सचिव बताया है। इसकी जानकारी फिर मुख्यमंत्री सुरक्षा में तैनात वरीय अधिकारियों को दी गई जिस के आधार पर एसआई तंजील खान ने प्राथमिकी दर्ज कराई। इसके अलावा वो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री से भी बात करने की कोशिश कर चुका है|